सादुल्लाहनगर बलरामपुर ।। जनपद बलरामपुर में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लाक डाउन के चलते भूखे प्यासे कई दिन पैदल चलकर गांव पहुंचने का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है । अन्य प्रदेशों से आने वाले लोगों को ग्रामीणों व प्रशासन के सहयोग से घर नहीं जाने दिया जा रहा हैहै । गांव के प्राथमिक विद्यालय में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर मैं सभी को क्वारिनटाइन कराया जा रहा है। प्राथमिक विद्यालय गजपुर ग्रांट में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में सुविधाएं नहीं मिलने के परदेस से आए मजदूर परेशान हैं । सेंटर पर मानक विहीन भोजन तथा नाश्ते के नाम पर केवल काली चाय दिया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार विकास खंड गैड़ास बुर्जग के कोरोनटाइंन सेंटर गजपुर ग्रिंट प्रथम सुविधाएं नहीं मिलने से कोरंटाइन के किए गए बाबू पांडेय ,सुनील कुमार ,राजू , काशी राम , प्रदीप कुमार , मो फरीद , जीतेन्द्र , सहाबुद्दीन , श्याम बहादुर तथा हफीज ने बताया कि सुविधा के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं दिया जा रहा है । तेल , साबुन ,बाल्टी , मच्छर दानी सहित अन्य सुविधाएं मुहैया नहीं कराया गया है । सुविधा के नाम पर सुबह काली चाय के बाद दोपहर में पेट काटकर ख़ाना दिया जाता है जबकि शाम को काढ़ा व नेबू पानी नहीं दिया जा रहा है ।सुबह खाने के बाद रात आठ बजे आधा पेट मानक विहीन खाना दिया जाता है । परिसर व कमरा गंदगियों से पटा हुआ है, लेकिन सेनेटाइजर व फिनायल छिड़काव नहीं किया जा रहा है जिससे बीमारियां बढ़ने में संशय है। उन लोगों ने आरोप लगाया कि रसोइया द्धारा विना माक्स के खाना बनाया जा रहा है । सरकार जहां कोरोना महामारी जैसे बचाव के लिए लाखों रुपए खर्च कर परवाना चढ़ा रही है, वहीं जिम्मेदार दीमक बनकर चट कर रहे हैं । सबरोज खान , चांद मोहम्मद , बासदेव सहित अन्य क्वैयरनटाइन किए लोगों ने उच्चधिकारियों से शिकायत कर सुविधाएं मुहैया कराने की मांग की है ।
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