शिवेश शुक्ला
बस्ती। लालगंज थाना क्षेत्र के बरोहिया कला गांव की 27 वर्षीय विवाहिता की का दुपट्टे से बंधा शव मिला। परिवार के लोगों ने जिंदा होने की उम्मीद पर उसे नीचे उतारा लेकिन तब तक मौत हो चुकी थी।
सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष लालगंज अनिल कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
परशुरामपुर थाने के गौरा पांडे गांव निवासी शिवांगी की शादी 2011 में लालगंज थाने के बरौहिया निवासी कमलापति त्रिपाठी से हुई। मायके पक्ष के लोग कानपुर में रहते हैं,जहां शिवांगी भी रहते हुए पली-बढ़ी।
मंगलवार सुबह 10:30 बजे सास-ससुर को नाश्ता देने के बाद शिवांगी अपने कमरे में चली गई। काफी देर बाद बहू को कमरे से बाहर न निकलने पर सासु ने बहू को आवाज देकर बुलाया, आवाज देने के बाद भी बहू जब बाहर नहीं आई तो सास-ससुर दरवाजा पीट-पीट कर आवाज देने लगे।
भीतर से कोई प्रतिक्रिया न होने पर ससुर फावड़ा लेकर दरवाजे के ऊपर दीवार को तोड़ दिया। भीतर बहू शिवांगी को दुपट्टे का फंदा बनाकर पंखे की कुंडी से लटकता देख होश उड़ गए।
शिवांगी की छह साल की पुत्री श्रद्धा व डेढ़ साल का पुत्र अभिनंदन का रोरोकर बुरा हाल है। ससुर देवी प्रसाद व सास मानो विच्छिप्त हो गए हों। ससुर देवी प्रसाद रोते हुए कहते हैं, कि एक ही लड़का था, घर में कोई कमी नहीं थी। बहू ने ऐसा कदम क्यों उठा लिया यह बात समझ में नहीं आ रही है।
देहात में शादी से क्षुब्ध रहती थी
सास ने बताया कि अक्सर उनकी बहू कहा करती थी कि मायके के लोगों ने उसकी शादी देहात में कर दिए। इसे लेकर वह अक्सर चिंतित हो जाया करती थी। जबकि यहां उसे कोई समस्या या कमी नहीं महसूस होने दी। बहू जो भी कहती थी, सब कुछ पूरा होता था।
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