वैश्विक महामारी कोरोना पूरे देश में हाहाकार मच आए हुए है। जनपद बलरामपुर की बात करें तो इस जिले में कोरोना का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ रहा है। सभी स्कूल कॉलेज बंद है, इसके बावजूद भी परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को बुलाकर किताब, ड्रेस व बैग वितरण का कार्य चल रहा है । शासन के निर्देश पर हो रहे इस वितरण कार्य में कोरोना गाइडलाइन के अनुपालन की सख्त हिदायत दी गई है, परंतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ रामचंद्र की मौजूदगी में किया। बच्चों को ड्रेस कथा किताब वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, और बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। डॉ रामचंद्र ने स्वयं बच्चों को किताबों तथा ड्रेस वितरित किए। ड्रेस वितरण कार्यक्रम के फोटो में साफ दिखाई दे रहा है कि सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन नहीं हो रहा है । अब सवाल ये उठता है कि जब जागरूक करने वाला शिक्षा विभाग ही नियमों की अनदेखी करेगा तो मासूम बच्चे तथा उनके अभिभावक नियमों का पालन कैसे कर पाएंगे ।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा मिली जानकारी के अनुसार 28 जुलाई को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ रामचंद्र ने तुलसीपुर शिक्षा क्षेत्र के कई विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया । कुछ विद्यालय बंद मिले जिनके अध्यापकों पर कार्रवाई हुई कुछ खुले मिले जहां पर किताब तथा ड्रेस का वितरण बच्चों के बीच किया गया । 28 जुलाई को जनपद के शिक्षा क्षेत्र तुलसीपुर में औचक निरीक्षण किया गया । औचक निरीक्षण में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय शिवाजी नगर, उच्च प्राथमिक प्राथमिक पिपरहवा, प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुर का निरीक्षण किया गया । शिवाजी नगर में सभी अध्यापक उपस्थित मिले। कंपोजिट ग्रांट खेल मद और अन्य उपलब्ध मदों के सापेक्ष कार्य पूर्ण कराने हेतु निर्देश दिए गए । प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय पिपरहवा दोनों 12:10 पर पर बंद मिले । दोनों विद्यालयों के समस्त अध्यापकों का एक दिवस का वेतन काटने तथा 3 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुर का सघन निरीक्षण किया गया। इस विद्यालय में छात्र छात्राओं को यूनिफॉर्म व पुस्तक वितरण के साथ जो बच्चे और शेष रह गए थे उनको मध्यान भोजन के अंतर्गत खाद्यान्न प्राप्त करने हेतु प्राधिकार पत्र भी वितरित किया गया । यहां पर सभी अध्यापक उपस्थित मिले, एक शिक्षिका आकस्मिक अवकाश पर रही। उच्च प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुर में एकमात्र अध्यापकों प्रधानाचार्य उपस्थित मिले उनको कंपोजिट ग्रांट तथा अन्य मदों में प्राप्त धनराशि को यथाशीघ्र संगठनों में व्यय करते हुए विद्यालय को संयुक्त करने हेतु निर्देशित किया । इसी विद्यालय में बच्चों के बीच ड्रेस तथा किताब वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई।
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