आनन्द मणि तिवारी
बलरामपुर ।। जनपद बलरामपुर भारत नेपाल सीमा से सटा हुआ जिला होने के कारण घुसपैठ व तस्करी के साथ-साथ अपराधियों द्वारा जघन्य घटनाओं को अंजाम देने के बाद नेपाल में जा कर शरण लेने का एक सुलभ जरिया बन सकता है । जिले की 85 किलोमीटर सीमा भारत नेपाल सीमा से सटी हुई है, जिसमें अधिकांश जंगली वह दुरूह रास्तों वाला क्षेत्र है । सीमावर्ती जंगलों के पगडंडी मार्गो से घुसपैठ तथा तस्करी जैसी घटनाएं अक्सर होती हैं । इन सभी को ध्यान में रखते हुए जिले के पुलिस को पूरी तरह से अलर्ट कर दिया गया है। कानपुर की घटना के बाद आरोपी विकास दुबे के नेपाल में जाकर छुपने की संभावनाओं को देखते हुए जिले के सभी थानों विशेषकर भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के पुलिस को हाई अलर्ट कर दिया गया है ।
पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कानपुर में विकास दुबे नामक कुख्यात अपराधी द्वारा किए गए आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो चुका है । पुलिसकर्मियों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। किसी भी दशा में विकास दूबे तथा उसके पूरे गिरोह को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि विकास दूबे नेपाल में जाकर छिपने की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए जिले के सभी थानों की पुलिस को हाई अलर्ट कर दिया गया है । जगह जगह चेकिंग लगाकर हर आने जाने वाली गाड़ियों को चेक किया जा रहा है। पुलिस कर्मियों को निर्देश दिए गए है कि किसी भी वाहन को बगैर चेक किए आगे ना जाने दिया जाए। घटना के बाद से आरोपी विकास दुबे फरार चल रहा है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें हर संभावित स्थानों पर लगातार दबिश दे रही हैं । उन्होंने बताया कि जनपद बलरामपुर से लगने वाले अंतर्राष्ट्रीय नेपाल सीमा के साथ साथ जनपद सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती व गोंडा बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी गई है और हर आने-जाने वाले वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। इसके अलावा सभी थाना क्षेत्रों में पड़ने वाले महत्वपूर्ण स्थानों पर भी पुलिस टीमों द्वारा चेकिंग की जा रही है । सर्किल के क्षेत्राधिकारियों को उनके संबंधित सर्किल के थानों में घूम घूम कर सतर्कता के साथ चैकिंग करने का निर्देश दिया गया है।
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