रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। पंचायती राज विभाग ने विगत 25 दिसम्बर को ग्राम प्रधानों का कार्यकाल पूरा होने के बाद ग्राम पंचायतों में प्रशासक की तैनाती कर दी। गांवों के विकास कार्य को देखते हुये प्रशासक व ग्राम पंचायत अधिकारियों के हस्ताक्षर से बैंक खाते का संचालन भी हो रहा है। मगर गांवों में विकास कार्य की जिम्मेदारी आज भी ग्राम प्रधान व उनके प्रतिनिधि देख रहे हैं। जिसका नमूना विकास खंड करनैलगंज की ग्राम पंचायत पैरौरी है। यहां के ग्राम प्रधान विश्वनाथ सिंह के सगे भाई लाल बहादुर सिंह पंजाब प्रांत के पटियाला शहर में सरकारी कर्मचारी है। जिन्होंने बीते मंगलवार को इस ग्राम पंचायत के मजरा पाण्डेय पुरवा के समीप पंचायत भवन का निर्माण कराने के लिये नीव की खोदाई कराये। उसके बाद भवन का निर्माण कराने लगे। जिसकी शिकायत शुक्रवार को ग्रामीणों ने खंड विकास अधिकारी से मिलकर किया। मगर उसका कोई प्रभाव नही दिखा। सुबह होते ही राजगीर मिस्त्री व श्रमिकों के साथ वह मौके पर पहुंचे और निर्माण कार्य कराने लगे। इससे स्पष्ट है कि भले ही सरकार ने ग्राम पंचायतों में प्रशासक की तैनाती कर दी है मगर विकास कार्य अब भी ग्राम प्रधान व उनके प्रतिनिधि ही करवाकर लाभ अर्जित कर रहे हैं। बीते वर्ष 24 अगस्त को इस ग्राम पंचायत के निवासी अयोध्या प्रसाद मिश्र ने एसडीएम को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत किया था कि लालबहादुर सिंह प्रान्त पंजाब के पटियाला में एफसीआई गोदाम में सरकारी कर्मचारी के पद पर तैनात है और ग्राम पंचायत में प्रधानप्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रहे हैं। जिसकी जांच हल्का लेखपाल व राजस्व निरीक्षक से कराई गई थी। जिसमे पंजाब प्रांत में उन्हें सरकारी कर्मचारी के पद पर तैनात होने की पुष्टि भी हुई थी। खंड विकास अधिकारी आरएन पाण्डेय ने बताया कि मामला संज्ञान में है। विकास कार्य मे ग्राम प्रधान व प्रतिनिधि का किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नही रहेगा।
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