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महिलाये अपने अधिकारों के लिए आगे आयें :कल्पना गौतम

बेटियाँ निडर होकर पढ़ें और आगे बढ़ें – प्रीती कटियार 

प्रतापगढ़! महिलायें अपने को अबला न समझें उन्हें सबला बनकर अपने अधिकार लेने होंगें इसके लिए समाज व् परिवार को भी जागरूक होना होगा। उक्त विचार अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पखवारा के समापन अवसर पर तरुण चेतना द्वारा अफीम कोठी सभागार में आयोजित महिला अधिकार सम्मेलन में जिला प्रोबेशन अधिकारी रन बहादुर वर्मा ने व्यक्त किया । श्री वर्मा ने कहा कि आपसी समन्वय से ही परिवार का विकास होता है, इसके लिए पुरुषों को भी पहल करनी चाहिए. प्रोबेशन अधिकारी ने जोर देकर कहा कि कुछ सामाजिक कुरीतियाँ जेंडर भेदभाव को बढ़ावा देती हैं, जिससे परिवार के विघटन का खतरा बना रहता है, इसके लिए परिवार में मिल बैठ कर समझ बनाने की आवश्यकता है तभी समाज आगे बढेगा.   

इस अवसर पर महिला थाना की प्रभारी निरीक्षक कल्पना गौतम ने कहा कि आज कल महिलाएं घर में घरेलू हिंसा, यौन उत्पीडन या अन्य प्रकार की हिंसा होने पर चुप बैठ जाती हैं जबकि अब उन्हें चुप नहीं बैठना है क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा मिशन-शक्ति अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है.


महिला थाना प्रभारी ने बताया कि महिलाओं की मदद के लिए सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है जहाँ महिलाएं जाकर अपनी समस्याए बेहिचक दर्ज करा सकती हैं. इसी क्रम में विशेष जांच प्रकोष्ठ प्रभारी प्रीती कटियार ने कहा कि बेटियाँ निडर होकर पढ़ें इसके लिए पुलिस विभाग के द्वारा एन्टी रोमियो का गठन किया गया है. स्कूल या कोचिंग आने जाने में किसी असामाजिक तत्व या शोहदों द्वारा किसी बेटी को परेशान किया जाता है तो तुरंत इनकी मदद लें. सुश्री प्रीति ने कहा कि बहुत से पति अपनी पत्नियों को घर की चहारदीवारी में कैद रखना चाहते है इसके लिए पुरुषों को अपनी मानसिकता बदलनी होगी. उन्होंने महिलाओं का आह्वाहन करते हुए कहा कि आगामी पंचायत चुनाव में वे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें और महिलाओं को अधिकार दिलाने में भागीदारी निभाएं.

     इस महिला अधिकार सम्मलेन में महिला कल्याण अधिकारी जया यादव ने महिलाओं को 1090, 1098, 1076, 112 व 181 सहित विभिन्न हेल्पलाइन के बारे में बताते हुए महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी.  

     इस अवसर पर तरुण चेतना के निदेशक नसीम अंसारी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए महिला दिवस का इतिहास व कार्यक्रम के उद्देष्यों पर प्रकाश डाला।  श्री अंसारी ने कहा महिलाओं को अधिकार देने के लिए पुरुषों को आगे आना चाहिए. श्री अंसारी ने जोर देकर कहा कि महिलाएं को आगे बढ़ने के लिए पुरुषों को अवसर देना होगा. 

     इस अवसर पर सम्मलेन की अध्यक्षता कर रही श्रीमती देवी ने कहा कि  अधिकार लेने के लिए हम सबको आगे आना होगा, इसके लिए चाहे संगठन बनाकर संघर्ष ही करना पड़े तो भी पीछे नहीं हटना है. उन्होंने कहा कि खेती का 75% काम महिलाये ही करती हैं फिर भी हमारा पुरुष प्रधान समाज उन्हें किसान का दर्जा नहीं देता है. जबकि महिलायें ही असली किसान है. इस यूरोपियन यूनियन व चाइल्ड फंड के सहयोग से आयोजित इस महिला अधिकार सम्मेलन में बाल संरक्षण अधिकारी अभय शुक्ल, चाइल्डलाइन समन्वयक कृष्ण कान्त राय, वन स्टाप सेंटर की प्रभारी नीरजा कुमारी, सहित आसरा फाउंडेशन की सोनिया गुप्ता, जेंडर चैम्पियन रानी मिश्रा, सुल्ताना सिद्दीकी, कंचन देवी व सीता देवी आदि ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम का सञ्चालन मैसवा मैन हकीम अंसारी ने किया जिसके अंत में आसमां बेगम, सुल्ताना सिद्दीकी, राजेश्वरी देवी, बीनम विश्वकर्मा और हुस्नारा बनो को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर कन्या भ्रूण हत्या व् बाल विवाह पर डाक्यूमेंटरी फिल्म भी दिखाई गयी. अंत में महिलाओं ने बाल विवाह व महिला हिंसा के खिलाफ एक रैली भी निकली.

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