इमरान अहमद
मनकापुर गोण्डा :- कोविड-19 से निपटने के लिए सरकार हर स्तर पर कदम उठा रही है,मरीज़ों को बेहतर इलाज मिले शासन भी प्रयास कर रहा है,बावजूद इसके मनकापुर स्वास्थ केंद्र अपने जनप्रतिनिधियों के उपेक्षाओं का शिकार होकर रह गया है।सीएचसी में कोविड अस्पताल ना होने से जनता जूझ रही है।
हाल ही में डीएम गोंडा ने कोरोना से जंग लड़ने के लिए जनपद से सभी जनप्रतिनिधियों से सहयोग माँगा था। साथ ही मनकापुर को 50 बेड़ों का कोविड अस्पताल बनाने व इन अस्पतालों में आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराएं जाने को कहा था। ताकी मरीज़ को भटकना ना पड़े व समय पर तुरंत उपचार हो सके।मगर 15 दिन बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। जिससे कोविड मरीज व उनके तिमारदार गोंडा या लखनऊ जाकर इलाज कराने को मजबूर हैं।मनकापुर सांसद गोंडा का गृह व समाज कल्याण मंत्री का विधानसभा क्षेत्र होने के बावजूद भी बेहतर सुविधाओं से वंचित होकर रह गया है।वो भी तब जब प्रशासन जनपद के लगभग सभी सीएचसीयों को कोविड अस्पताल बना रहा है। गुरुवार को प्रशासन द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार सीएचसी इटियाथोक पर आक्सीजन के पांच कन्सन्ट्रेटर आ गये हैं व वहां पर 30 बेड का कोविड वार्ड आज से चालू हो गया है।साथ ही सोमवार तक सीएचसी वजीरगंज,हलधरमऊ तथा छपिया में 30-30 बेड का तथा सीएचसी नवाबगंज में 18 बेड का कोविड हास्पिटल चालू हो जाएगा। जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि जिले के जनप्रतिनियों के सहयोग से चार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर वजीरगंज सीएचसी के लिए समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री द्वारा,सीएचसी इटियाथोक में ऑक्सीजन प्लांट के लिए विधायक मेहनौन विनय द्विवेदी,सीएचसी छपिया में ऑक्सीजन प्लांट के लिए विधायक गौरा प्रभात वर्मा तथा सीएचसी हलधरमऊ में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने के लिए विधायक कटरा बाजार बावन सिंह द्वारा धनराशि जिला प्रशासन को उपलब्ध करा दी गई है। वहीं उस समुदायिक स्वास्थ केंद्र मनकापुर को इन सभी सुविधाओं से वंचित रखा गया है। जब कि मनकापुर सीएचसी में इलाज के लिए बलरामपुर,बस्ती सीमा तक लगने वाले क्षेत्रों से मरीज़ आते हैं।
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