सुनील अग्रहरी
नन्दौर, सन्तकबीरनगर। तीन बेटों ने कोरोना के खौफ से अपने पिता के शव को कंधा नहीं दिया, बल्कि उनके शव को जेसीबी से गड्ढा खोदकर मिट्टी के नीचे दबा दिया जिसका वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
घटना के बाबत बताते चले कि एक इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। बेलहर क्षेत्र के परसा शुक्ल गांव के तीन बेटों ने कोरोना के खौफ से अपने पिता को कंधा नहीं दिया, बल्कि उनके पार्थिव शरीर को जेसीबी से श्मशान घाट ले गए और जेसीबी से ही गड्ढा खोदकर मिट्टी के नीचे दबा दिया।
कोरोना संक्रमित होने के बाद पिता को घर ले आए थे बेटे
थाना बेलहर क्षेत्र के परसा शुक्ल गांव निवासी राम ललित की तबीयत काफी दिनों से खराब थी। रामललित को उनके तीन पुत्रों ने गोरखपुर एक निजी अस्पताल भर्ती में इलाज करवा रहे थे। यहां उनकी हालत में किसी भी तरह की सुधार नहीं हो रहा था। कुछ दिन बाद डॉक्टरों ने कोरोना संक्रमण बताकर मरीज का इलाज करने से पल्ला झाड़ लिया। वहीं, पिता को कोरोना संक्रमित होने की बात सुनते ही परिजनों ने निजी अस्पताल से घर ले आए। यहां कुछ दिन कुछ दिन बाद रामललित की दम घुटने से मौत हो गई। पिता की मौत होने के बाद तीनों बेटों ने अपने पिता के शव को जेसीबी मंगवा कर उन्हें गड्ढे में दफन कर दिया गया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल में दिखाई दिया कि पिता के शव को जेसीबी से लाते और दफनाते हुए का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। बताया जा रहा है कि बेटों ने पिता का शव को दो दिन पहले शुक्रवार को जेसीबी से दफनाया था। ग्रामीणों की मानें तो मृतक रामलालित काफी दिनों से टीबी का पेशेंट था, जिससे उसकी तबीयत काफी बिगड़ चुकी थी। बच्चों ने उसे कोरोना संक्रमित इंसानी मूल्यों को गिराने का काम किया है।
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