इमरान अहमद
गोण्डा:24 मई को जनपद दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जनप्रतिधियों से अपने अपने क्षेत्र में कम से कम एक सीएचसी को गोद लेने की अपील की थी।मगर एक माह बीत जाने के बाद भी सांसद,कैबिनेट मंत्री के होते हुए आज भी मनकापुर समुदायिक स्वास्थ केंद्र मानो अनाथ है।
वेड न मिलने पर फर्श पर लेटी प्रसव पीड़िता |
जनप्रतिनिधियों के उपेक्षाओं के चलते सीएचसी आज अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहा है। यहाँ की स्वास्थ व्यवस्थाएं केवल राम भरोसे ही चल रही हैं।लाखों लोगों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी संभालने वाली सीएचसी में इन दिनों रेफरल सिस्टम बन गया है। बताया जाता है की बुखार,खांसी,जुकाम के मरीजों को यहां डॉक्टर इलाज देते हैं,बाकी हलके से भी खरोचं लगने वाले मरीज जिला अस्पताल के लिए रेफर हो जाते हैं।स्वास्थ विभाग के इन लचर व्यवस्थाएँ के चलते मरीज अपना इलाज प्राइवेट अस्पतालों में कराने को मजबूर हैं।कहने को तो यहां सब आज इल वेल है।लेकिन मरीज़ों को मिलने वाली ज़्यादातर सुविधाएं और व्यवस्थाएं नदारद हैं।स्वास्थ्य केंद्र के आसपास पसरी गंदगी खुद ही यहां की अव्यवस्था की गवाही देती है।आलम यह है की यहां हलकी सी बरसात में भी बाढ़ सी आ जाती है।अस्पताल में मरीजों की जरूरत अल्ट्रासाउंड व कोई भी आधुनिक स्वास्थ्य यंत्र मौजूद नहीं है। नाम मात्र अस्पताल के सरकारी कागजों में एक एक्स रे मशीन है,मगर हकीकत यह है की करीब दो माह से एक्स रे फ़िल्म ना होने की वजह से एक्स रे मशीन हाथी का दाँत बना हुआ है।अस्पताल में पड़े बेड़ों की हालत की वजह से अस्पताल स्वयं अपने आप में बीमार लगता है।शुक्रवार को इसकी बानगी भी देखने को मिली जहां प्रसव कराने आयी महिला को बेड ना मिलने से ज़मीन पर लेटने को मजबूर होना पड़ा। बताया जाता है की एंटी रेबीज जैसी महत्वपूर्ण इंजेक्शन भी आए दिन खत्म रहता है।ये सब हाल वहां का है जहाँ के विधायक रमापति शास्त्री योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री तो हैं ही साथ ही सीएचसी से चन्द कदम की दूरी पर सांसद गोंडा निवास करते हैं। गौरतलब हो की कोविड नियंत्रण की मण्डलीय समीक्षा पर जनपद आए मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों से अपील की थी कि वे लोग अपने-अपने संसदीय व विधानसभा क्षेत्रों के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में से अपनी सुविधानुसार किसी एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को गोद लें,तथा वहां पर समस्त स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रबन्ध कराते हुए सुन्दर व स्वच्छ बनाने का जिम्मा लें।वहीं जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने भी जनपद के सभी सांसद व विधायकों को पत्र लिखकर सहयोग प्राप्त करने की अपेक्षा की थी।मगर मनकापुर में दो दो जनप्रतिनिधि होते हुए भी सीएचसी की हालत बदतर है।
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