आरके•गिरी
गोंडा। डीएम मार्कडेय शाही का हंटर तेजी से चल गया है। मनकापुर विकासखंड के पूर्व ग्राम प्रधान एवं सचिव द्वारा सरकारी धन की बंदर बाट की शिकायत को लेकर ग्राम पंचायत मिश्रौलिया कला व ग्राम पंचायत बैरीपुर रामनाथ में पूर्व ग्राम प्रधान व सचिव पवन कुमार गौतम द्वारा किये गये कार्यो में की गयी अनिमितता की जांच तीन सदस्यीय कमेटी से कराके अनिमितता मिलने पर कार्यवाई कराने का निर्देश आईएएस अधिकारी सीडीओ शंशाक त्रिपाठी को दिया है।
बताते चले कि पंचायत चुनाव कराने में अधिकारी जहां व्यस्त चल रहे थे वही कुछ ग्राम प्रधान जो पहले विकास कार्य में रूचि नही ले रहे थे। वे पंचायत चुनाव में व्यस्त अधिकारियों का नाजायज फायदा उठाते हुए बिना कार्य कराये ही लाखो रूपये सरकारी धन बैंक खाते से फर्म के नाम पर तथा अन्य तरीको से निकाल कर बिना कार्य कराये ही बंदर बांट कर लिया। चुनाव सम्पन्न हो गया। प्रधानजी चुनाव भी हार गये। इसके बाद शिकायतों का दौर शुरू हुआ तो पता चला कि मिश्रौलिया कला में इंटर लाकिंग के नाम पर रेताशा गांव में बिना काम कराये ही लाखो रूपये निकाल लिये। यही नही बैरीपुर रामनाथ में पंचायत भवन निर्माण के नाम पर 4 लाख 66हजार रूपये निकाल लिये गये जबकि मौके पर हजारों रूपये का काम नही है।यही नहीं सचिव पवन कुमार गौतम दोनों ग्राम पंचायतो के सचिव है। आरोप है कि स्ट्रीट लाइट, खंडन्जा,इंटर लाकिंग , शौचालय किट के नाम पर मिश्रौलिया कला व बैरीपुर रामनाथ में जमकर सरकारी धन का गमन किया गया है जबकि मौके पर काम नहीं के बराबर है। इतने बडे पैमाने पर सरकारी धन का गमन के प्रकरण को डीएम ने गंभीरता से लेते हुए कार्यवाई करने के मूड में हैं। सीडीओ शंशाक त्रिपाठी ने बताया कि जल्द ही तीन सदस्यीय टीम का गठन कराके मिश्रौलिया कला व बैरीपुर रामनाथ में हुई अनिमितता की जांच करायी जायेगी। प्रकरण सत्य पाये जाने पर आरोपियों के विरूद्ध एफ आई आर दर्ज कराते हुए सरकारी धन के गमन के बावत वसूली भी करायी जायेगी।
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