रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। घाघरा की बाढ़ तबाही मचाना शुरू कर दिया है। शुक्रवार की शाम तक घाघरा नदी खतरे के निशान से करीब 77 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई। वहीं विभिन्न बैराजों से करीब 4 लाख 67 हजार क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा गया था।
जो डिसचार्ज हो रहा था। बाढ़ के पानी से करनैलगंज तहसील क्षेत्र के कई गांव प्रभावित हो गए हैं। गोंडा जिले के 13 मजरों में पूरी तरह पानी भर गया है।
वही एक दर्जन मजरों को पानी ने चारों तरफ से घेर लिया है। जिले की सीमा से लगे आधा दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का कहर है।
ग्राम परसावल, नैपुरा, कमियार, किलवारी, मांझा रायपुर, बांसगांव, पारा व बेहटा पूरी तरह बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। बाढ़ का पानी लगातार तेजी से बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को सरयू नदी में खतरे के निशान 107.07 के सापेक्ष 107.856 पर थी।
करनैलगंज तहसील के ग्राम नकहरा में राधेपुरवा, तीरथराम पुरवा, पुहिल पुरवा, बसंतलाल पुरवा, मोछारन पुरवा, दुलारे पुरवा, सम्भर पुरवा, छंगू लाल पुरवा, देव किसुन पुरवा, श्याम विहारी पुरवा, सहजराम पुरवा, तीर्थ पुरवा, भगत पुरवा व हरीलाल पुरवा सामिल हैं।
जो बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है।
बाढ़ खण्ड के एई अमरेश सिंह कहते हैं कि बांध को किसी प्रकार का कोई खतरा नही है। पानी का डिस्चार्ज लगातार हो रहा है।
उपजिलाधिकारी हीरालाल का कहना है कि सभी बाढ़ चौकियां एलर्ट हैं। राजस्व की टीम बाढ़ क्षेत्र में कैम्प कर रही है। लगातार बांध व बाढ़ पर निगरानी की जा रही है।
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