ब्लॉक में सरकारी धन की मची लूट,मामला उजागर होने के बाद जिम्मेदार लोगों की गर्दन फंसते देख दोषियों पर कार्यवाही के बजाय अनेकों हथकंडे अपनाते हुए उनको बचाने के प्रयास में जुट जाते हैं अधिकारी
बी पी त्रिपाठी
गोण्डा: भ्रष्टाचार के विरुद्ध भले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेन्स की बात कर रहे हों परंतु जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
अधिकारियों की संवेदनहीनता के चलते सरकारी योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती जा रही हैं वहीं नित नए भ्रष्टाचार के मामले उजागर होने से अधिकारियों की कार्यप्रणाली भी सवालिया घेरे में है।
मामला विकास खंड हलधरमऊ का है जहां पशु शेड निर्माण के नाम पर जमकर शासकीय धन का दुरुपयोग करके बंदरबांट किया जा रहा है।
सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि कहीं बिना पशुशेड निर्माण के भुगतान हो रहा है तो कहीं अर्धनिर्मित व मानक विहीन पशुशेड निर्माण होने से शासकीय धन बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।
विकास खंड हलधरमऊ के ग्राम पंचायत कुंवरपुर अमरहा (वर्तमान में कस्तूरी) में पशुशेड निर्माण के नाम पर जमकर धांधली की गई है। दिनांक 15.3.2021 को प्रियंका सिंह का पशुशेड निर्माण कार्य दर्शाकर मनरेगा योजना के तहत 70 हज़ार रुपये का भुगतान भारत कांस्ट्रक्शन फर्म को किया गया है।
जिसमें दिनांक 12.3.2021 को रामफेर यादव का पशुशेड निर्माण कार्य दिखाकर मनरेगा से 72 हज़ार रुपये का भुगतान उपरोक्त फर्म को किया गया है। इसी तरह उक्त गांव में कई लोगों का पशुशेड निर्माण किया गया है।
जिसमें प्रियंका सिंह के नाम पर बना पशुशेड मात्र दिखावा भर है। जिसके चारों तरफ से लगभग तीन फिट की दीवाल खड़ी की गई है और मात्र सात माह पूर्व बनी दीवाल ढहने की कगार पर है।
यह तो बानगी भर है जबकि इसी तरह उक्त गांव में अनेकों लाभार्थियों का पशुशेड निर्माण कार्य दिखाकर शासकीय धन का भारी बंदरबांट किया गया है। वहीं इसी नक़्शे कदम पर चलते हुए ग्राम पंचायत कोंचा कासिमपुर में भी नवीन कुमार का पशुशेड निर्माण कार्य दिखाकर सरकारी धन का गबन कर लिया गया और हैरतअंगेज है कि लाभार्थी नवीन कुमार को इसकी भनक तक नही लगी।
जानकारी मिलने पर जब नवीन कुमार उच्चाधिकारियों से शिकायत करने लगा तब विकास खण्ड कार्यालय में बैठे अधिकारी भ्रष्टाचारियों के बचाव हेतु समस्या का तोड़ निकालने में जुट गए। मामले में जानकारी लेने पर ब्लॉक के ज़िम्मेदारों ने बताया कि उक्त गांव में नवीन कुमार नामक दो व्यक्ति हैं। यदि ग्रामीणों की मानें तो पूरे कोंचा कासिमपुर में नवीन कुमार नाम का एक ही व्यक्ति है।
विभागीय सूत्रों के जानकारी के अनुसार उक्त गंभीर मामले को येन केन प्रकारेण पटाक्षेप करने हेतु ब्लॉक के जिम्मेदार फर्जी अभिलेख तैयार कर फलां उर्फ नवीन कुमार की जुगाड़ में लगे हैं। इसी तरह ग्राम पंचायत भोंका में कई लाभार्थियों का फर्जी बकरी शेड निर्माण दिखाकर फर्जी तरीके से फर्जी फर्म पर फर्जी भुगतान कर दिया गया।
यह फर्जी कार्य शातिराना अंदाज से किया गया जिसकी भनक लाभार्थियों को भी नही लगी। यही नहीं विकास खंड हलधरमऊ के कई ग्राम पंचायतों में फर्जी निर्माण पर फर्जी भुगतान का मामला उजागर हुआ है।
लेकिन विभागीय कार्यवाही किसी पर नही की गई है जिससे ज़िम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है।
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