एस के शुक्ला
प्रतापगढ़ ! ऑक्सफैम इंडिया और तरुण चेतना के द्वारा मरीजों के अधिकार को लेकर प्रतापगढ़ जिले में 14 से 30 नवम्बर 2021 तक रोगी अधिकार अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत पट्टी, सदर, शिवगढ़ व बेलखर नाथ ब्लाक के दर्जनों गांवों में जागरूकता गोष्ठियां व रैली आयोजित की गई.
अभियान के दौरान तरुण चेतना के निदेशक नसीम अंसारी ने बताया कि निजी अस्पतालों द्वारा अत्यधिक मुनाफाखोरी, नैतिक उल्लंघनों और मरीजों के शोषण के मामले भारत में लगातार बढ़ रहे हैं, जिसे रोकने के लिए 13 अधिकारों वाले पेशेन्ट चार्टर को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से तैयार किया गया और इसे लागू करने के लिए 2 जून 2019 को ही सभी राज्य सरकारों को पत्र भी लिखा गया, परन्तु प्रदेश में इसे आज तक लागू नहीं किया गया।
श्री अंसारी के अनुसार मरीजों को अस्पतालों के शोषण से बचाने वाले इस पेशेंट चार्टर में अस्पताल द्वारा सभी शुल्क-दर प्रदर्शित किये जाने सहित बीमारी के कारण, प्रस्तावित जांच व जटिलताओं और उपचार की लागत जानने का अधिकार, स्वास्थ्य सेवा केंद्र में उपलब्ध सभी जांच उपचार और सुविधाओं की शुल्क दरों को जानने व विस्तृत बिल की एक कापी पाने का अधिकार, किसी भी जांच व उपचार से पहले सहमति लिए जाने का अधिकार, मरीज की पसंद के किसी अन्य चिकित्सक से राय लेने का अधिकार, उपचार के दौरान गोपनीयता, मानवीय गरिमा और निजता का अधिकार, किसी पुरुष चिकित्सक द्वारा महिला रोगी की शारीरिक जांच के दौरान एक महिला की उपस्थिति सहित मरीज के मृत शरीर को उनके परिवार को बिना शर्त सौंपने का अधिकार इस चार्टर में शामिल है, जिसका उल्लंघन होने पर मानवाधिकार आयोग को सीधे शिकायत की जा सकती है.
इस अवसर पर शकुंतला देवी, राकेश गिरी, बृजलाल व कलावती देवी सहित अभय कुमार, बीनम विश्वकर्मा, रीना यादव आदि लोगों ने मरीजों के अधिकार दिलाने सम्बन्धी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी इस 13 सूत्रीय पेशेंट चार्टर पर खुलकर चर्चा और संकल्प बैनर पर हस्ताक्षर करके इसे लागू करने की जोरदार मांग की.
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