राकेश श्रीवास्तव
मनकापुर (गोंडा )बच्चों का भविष्य संवारने में अभिभावकों के साथ शिक्षकों के महत्व को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
यह विचार प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आरपी सिंह ने मनकापुर बीआरसी केंद्र पर तीन दिवसीय आउट ऑफ इस्कूल प्रशिक्षण के शुभारंभ के मौके पर कही।
बीआरसी केंद्र मनकापुर पर तीन दिवसीय आउट ऑफ स्कूल प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया ज्ञान की देवी मां सरस्वती के चरणों में पुष्प धूप अर्पित कर जेपी शुक्ला ने प्रशिक्षण की औपचारिक शुरुआत की ।
मनकापुर बीआरसी केंद्र पर तीन दिवसीय आउट आफ स्कूल प्रशिक्षण शुभारंभ के मौके पर प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आरपी सिंह व खंड शिक्षा अधिकारी मनकापुर विशाल यादव मौजूद रहे प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आरपी सिंह ने प्रशिक्षण के दौरान अपने संबोधन में कहा कि माता पिता और गुरु बच्चों के प्रथम ज्ञान के दाता होते हैं ।
उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि छात्र-छात्राओं के भविष्य को संवारने में शिक्षकों का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में छात्र-छात्राएं नाम रोशन करते हैं तो निश्चित ही माता-पिता के साथ गुरु जनों के सम्मान का गुणगान हो जाता है ।
प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षकों को अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा कभी बेकार नहीं जाती है।
ऐसे में शिक्षकों को अपने दायित्व का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करना चाहिए जिसे छात्र-छात्राओं का भविष्य और जीवन दोनों संवर सके उन्होंने बच्चों को हर हाल में शिक्षा देने के लिए अभिभावकों को प्रेरित भी किया।
इस मौके पर ओम प्रकाश जायसवाल वह प्रशिक्षण लेने वाले अभय कुमार गिरी चंद्र प्रकाश दुबे त्रिपुरारी सिंह अंगद प्रसाद मायाराम वर्मा प्रतिमा श्रीवास्तव संतोष कुमार शान मोहम्मद आदि लोग मौजूद रहे ।
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