एस के शुक्ला
प्रतापगढ़। शारीरिक अक्षमता किसी के विकास में बाधक नहीं हो सकती लगन, मेहनत और कठिन परिश्रम के दम पर किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
यह बातें विश्व दिव्यांग दिवस की पूर्व संध्या पर प्रयास राजकीय अक्षम विद्यालय भगवा चुंगी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बतौर मुख्य अतिथि मौजूद जिला कमांडेंट श्रीमती प्रीति शुक्ला ने कही।
उन्होंने कहा कि हम सब का इतिहास प्राचीन काल से ही गौरवशाली रहा है। सूरदास से लेकर वर्तमान में जगद्गुरु रामभद्राचार्य, सुधा चंद्रा जी ने यह साबित कर दिखाया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे इंटरनेशनल कमेटी चेयरमैन वरिष्ठ समाजसेवी रोशनलाल उमरवैश्य ने कहा कि बच्चों की प्रतिभा को देखकर कहीं से नहीं लगता कि यह हम सब से किसी मायने में कम है,इसीलिए इन लोगों की प्रतिभा को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हें दिव्यांगता की उपाधि से नवाजा।
उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में दिव्यांग भाई-बहनों को दया नहीं समानता की जरूरत है दिव्यांग साथियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़कर ही संपन्न राष्ट्र की परिकल्पना को साकार कर सकते हैं।
प्रधानाचार्य प्रयास राजकीय अक्षम विद्यालय प्रफुल्ल कुमार गुप्त ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे विद्यालय का इतिहास भी बहुत गौरवशाली रहा है। यहां के दिव्यांग बच्चे तमाम स्थानों में जाकर उच्च पदों पर आसीन हैं जो अपने और विद्यालय परिवार का नाम रोशन किए हैं। विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर अतिथियों ने बच्चों को स्वेटर, लोअर, चादर आदि उपहार देकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
उपहार पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे। इस मौके पर जिला दिव्यांगजन अधिकारी राम प्रकाश, नारायण यादव, जयप्रकाश शुक्ला, अनिरुद्ध तिवारी, प्रधानाचार्य प्रफुल्ल कुमार गुप्ता, विवेक, शंकर लाल आदि उपस्थित रहे।
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