Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

प्रतापगढ़:दिव्यांग बच्चों के शैक्षिक उत्थान हेतु बौद्धिक वेबीनार का आयोजन

एस के शुक्ला

प्रतापगढ़। दिव्यांग बच्चों के शैक्षिक उत्थान में कार्यरत राष्ट्रीय संगठन नासेर्प के बैनर तले एक  आनलाइन बौद्धिक वेबीनार का आयोजन किया गया। 


उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथियों का अभिनंदन नासेर्प संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश इकाई  रामप्रवेश तिवारी द्वारा किया गया। 


मुख्य अतिथि के रुप में अजीत कुमार विशेष सचिव दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग उत्तर प्रदेश ने अपने उद्बोधन में दिव्यांग बच्चों को समाज का अभिन्न अंग मानते हुए उनकी विशेषज्ञता को परख कर पहचान कर समावेशी शिक्षा के माध्यम से उनके हुनर को निखारने व उनके अधिकारों हेतु लड़ने वाले नासेर्प संगठन के सहयोग के साथ  दिव्यांग बच्चों के उत्थान हेतु हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया गया। 


विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित डॉक्टर सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह निदेशक बेसिक शिक्षा उत्तर प्रदेश में शिक्षा के विकास को तब तक अधूरा माना जब तक समस्त बच्चे चाहे वह किसी भी दिव्यांगता से ग्रसित क्यों ना हो उन्हें समावेशी शिक्षा का हिस्सा ना बनाया जाए । 


साथ ही उन्होंने अपने सारगर्भित उद्बोधन में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित की जाने वाली समस्त योजनाओं के अक्षरस: अनुपालन हेतु विशेष शिक्षकों का हृदय से आभार प्रकट किया गया और नासेर्प संगठन की मुक्त कंठ से प्रशंसा की गई। 


दिव्यांग बच्चों के शिक्षा के उत्थान हेतु उन्होंने व्यक्तिगत रूप से संगठन के टीम के साथ मिलकर दिव्यांग बच्चों की शिक्षा व विशेष शिक्षकों के सेवा शर्तों के परिमार्जन हेतु निपटाने का आश्वासन दिया। 


वक्ता के रूप में वेबीनार से जुड़े एसपी मिश्रा उपाध्यक्ष नासेर्प संगठन उत्तर प्रदेश इकाई ने अपने उद्बोधन में समावेशी शिक्षा के समस्त आयामों को स्पष्ट करते हुए विशेष शिक्षकों के विधिक कर्तव्य के साथ-साथ एक मानवोचित कर्तव्य के साथ स्वीकार करने हेतु अपना संकल्प व्यक्त करते हुए दिव्यांगता को अभिशाप नहीं वरदान के रूप में स्वीकार करने का आवाहन किया ।


नारी शक्ति स्वरूपा नासेर्प संगठन की ज्वाइंट सेक्रेट्री उत्तर प्रदेश यूनिट  श्रीमती वर्तिका शुक्ला ने दिव्यांग बच्चों के शैक्षिक विकास में कार्यरत विशेष शिक्षकों की अल्प मानदेय की दिशा दशा व साथ ही साथ दूर अंचल में कार्य करते हुए विषम परिस्थितियों का सामना कर अपने परिवार व स्वयं की आवश्यकताओं को नजरअंदाज कर विशेष बच्चों के उत्थान पर बल देने के विशेष शिक्षकों के संकल्प को दोहराते हुए उनकी समस्याओं के निवारण हेतु प्रशासनिक अमले से गुजारिश की गई। 


कार्यक्रम को विशेषज्ञता प्रदान करने हेतु संकेत भाषा के इंटरप्रेटर के रूप में पंकज शर्मा ,इंद्राणी देवांगन, व सचिन लोधी का विशेष योगदान रहा । कार्यक्रम के सफल आयोजन में तकनीकी सहयोग नागेंद्र प्रताप प्रियंका भनोट और दीपमाला गौतम का रहा। 


कार्यक्रम का सफल संचालन नासेर्प संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नागेश पांडेय जी द्वारा किया गया।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 

Below Post Ad

5/vgrid/खबरे