एक दूसरे की जिम्मेदारी बता रहे अधिकारी
आयुष मौर्य
धौरहरा खीरी।गाँजर क्षेत्र के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से धौरहरा क्षेत्र में शासन द्वारा आईटीआई कालेज की स्वीकृति की गयी थी ।
करीब बारह साल पहले शासन ने बजट स्वीकृत कर धौरहरा क्षेत्र के टेगनहा गांव के पास भवन निर्माण शुरू करवा दिया था।
परन्तु बारह साल बीत जाने के बाद भी भवन बन कर तैयार नहीं हो सका है । युवा पढ़ने के लिए जिला मुख्यालय सहित आसपास के जिलों में पढ़ाई करने को विवश हैं।
आलम यह है कि यहां के युवाओं को प्रशिक्षण के लिए जिला मुख्यालय जाना पडता है ।
जबकि अधिकारी कार्यदाई संस्था की जिम्मेदारी बता कर अपना दामन बचा रहे हैं । वर्ष 2008 मे धौरहरा सिसैया मार्ग के टेगनहा गांव के पास आईटीआई कालेज का निर्माण शुरू होने से क्षेत्र के युवाओं में एक खुशी की लहर दौड़ गई थी कि उन्हें भी अब अपने पड़ोस मे ही रोजगार परक शिक्षा मिलेगी।
परन्तु उनका यह सपना सपना ही रह गया । बारह साल बीत जाने के बाद भी पढाई तो छोड स्कूल का भवन भी बनकर तैयार नही हो सका है।
जिले के अधिकारी अपना दामन बचाने के लिए कुछ छात्रों का नामांकन दिखा कर कालेज को जिले पर संचालित होने का दम्भ भर रहे है।
जबकि स्थति यह है कि इलाके के अधिकतर युवाओं को धौरहरा मे आईटीआई कालेज होने की जानकारी ही नहीं है ।
क्षेत्र के युवा रोजगार परक शिक्षा के लिए मुख्यालय सहित आसपास के जनपदों की ओर पलायन कर रहे हैं।
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