ट्रेन चलने के कुछ देर पहले हुई 1,2,3 वेटिंग समाप्त होने का इंतजार करते रहे यात्री
1,2,3 वेटिंग के यात्रियों की ट्रेन चलने के दूसरे दिन भी सीट नहीं हो सकी कन्फ़र्म
टीटी ने बिना टिकट यात्रा कर रहे यात्रियों को पैसों के दम पर दे दी सीट
कमलेश जयसवाल
धौरहरा खीरी :उत्तर प्रदेश के जनपद खीरी की तहसील धौरहरा से गया यात्रियों का एक जत्था महाशिवरात्रि के पर्व पर मध्यप्रदेश के उज्जैन नगरी में विराजमान भगवान महाकाल व ओमकालेश्वर में भगवान ओमकालेश्वर के दर्शन कर 2 मार्च को वापसी खंडवा से लखनऊ के रास्ते करने की योजना बनाकर दिनेश कुमार,अर्जुन,छंगा,राजेश,श्यामू कुमार समेत अन्य श्रदालुओं ने मुम्बई से चलकर लखनऊ जाने वाली ट्रेन संख्या 12534 पुष्पक एक्सप्रेस का टिकट 24 नवम्बर को लिया था।
उस समय इनके एक टिकट जिसका पीएनआर नम्बर 8144729106 की वेटिंग 5,6,7,8,9 थी। करीब 4 माह बाद दोनो ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर 2 मार्च को वापसी के समय मुम्बई से लखनऊ तक चलने वाली ट्रेन 12534 पुष्पक एक्सप्रेस का जब यात्री चार्ट तैयार हुआ तो इनके तीन साथियों की सीट कन्फ़र्म न होकर 1,2,3 नम्बर तक वेटिंग रह गई।
अपने अन्य साथियों के साथ यह तीनों श्रदालु 2 मार्च को जब सायं करीब 5 बजे खंडवा में ट्रेन पर चढ़कर टीटी से बात की तो उसने रेलवे बोर्ड से बात कर अपना टिकट कन्फ़र्म करवाने की बात कह अपना पल्ला झाड़ लिया।
वहीं भोपाल से चढ़े टीटी आर.के कुमार से जब इन यात्रियों ने अपनी परेशानी बयां की तो वह उल्टे ही इनको रेलवे के नियम बताकर स्लीपर क्लास के डिब्बा एस2 में अन्य साथियों के साथ मौजूद खड़े होकर यात्रा करने को कहा।
इसी बीच हद तो उस समय हो गई जब उसी डिब्बे में बिना टिकट यात्रा कर रहे दो यात्री जो लखनऊ होते हुए जनपद बहराइच जा रहे थे को टीटी ने ललितपुर के पास पूरा सम्मान देते हुए बगैर जुर्माना व बगैर टिकट बनाये ही 1300 रुपये लेकर दो सीटें उपलब्ध करवाकर आराम से सोने की बात कह लखनऊ तक उनको सकुशल ले जाने की बात कही।
जिसका वही खड़े यात्रियों ने वीडियो बनाकर रेलवे विभाग पर सवालिया निशान लगा दिया।
इस दौरान खंडवा से लखनऊ तक तीन माह पहले लिए गए स्लीपर क्लास के टिकट के साथ खंडवा से ट्रेन में 2 मार्च को चढ़े खीरी के तीन श्रदालुओं को जिनकी 1,2,3 वेटिंग थी दूसरे दिन 3 मार्च को भी वेटिंग समाप्त नहीं हो सकी।
जिसके चलते उनको ट्रेन में अपने सामान के साथ पूरी रात जागकर यात्रा करनी पड़ी। इस दौरान ट्रेन में ही मौजूद यात्री अर्जुन कुमार,छंगा,राजेश कुमार,हरीश अवस्थी,विमल कुमार,विजय सिंह ने बताया कि करीब 4 माह पहले टिकट लेकर इस आस से यात्रा पर आया था कि ट्रेन पर चढ़ने पर ही सीट मिल जाएगी पर ऐसा नहीं हो सका।
मलाल तो इस बात पर है जिस तरह से टीटी आर.के कुमार ने हम लोगों को उचित मार्गदर्शन न कर सौतेला व्यवहार किया।
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