अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में उत्तर प्रदेश मिनिस्टीरियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के आवाहन पर कलेक्ट्रेट के कर्मचारी सोमवार को हड़ताल पर रहे ।
कर्मचारियों ने जिला अध्यक्ष धनीराम की अगुवाई में धरना प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को सौंपा ।
उत्तर प्रदेश मिनिस्टीरियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ जनपद बलरामपुर इकाई के जिलाध्यक्ष धनीराम ने बताया कि विगत दिनों प्रतापगढ़ जिले के तहसील लालगंज मे वरिष्ठ सहायक पद पर कार्यरत सुनील कुमार शर्मा को उसी तहसील के उप जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह यादव द्वारा पीट-पीटकर अधमरा कर दिया गया ।
स्थानीय सहयोगियों द्वारा घायल अवस्था में सुनील शर्मा को अस्पताल में भर्ती कराया गया । अस्पताल में इलाज के दौरान 2 अप्रैल को उप जिलाधिकारी ने जिला चिकित्सालय पहुंचकर सुनील शर्मा की गला तथा छाती दबाकर हत्या कर दी ।
उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद से पूरे प्रदेश के कलेक्ट्रेट कर्मचारियों में असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो गई है तथा सभी कर्मचारी आक्रोशित हैं ।
उन्होंने बताया कि प्रांतीय नेतृत्व के आवाहन पर 4 अप्रैल को पूरी तरह से कलेक्ट्रेट कर्मी कार्य से विरत रहे और मुख्यमंत्री को संबोधित 3 सूत्रीय ज्ञापन अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष को सौंपा गया ।
ज्ञापन में कहा गया है कि मृतक कर्मचारी के परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर दो अप्रैल की रात एसडीएम
ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह व अन्य तीन व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है ।
गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत होने के बावजूद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है जिसके कारण पूरे प्रदेश में कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त हो रहा है ।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि इस घटना के बाद कर्मचारी भयभीत हैं तथा अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं ।
आरोपी की गिरफ्तारी न होने से स्पष्ट होता है कि सरकार में गुंडाराज कायम है । किसी भी अधिकारी को अपने कर्मचारी से मारपीट एवं हिंसक वारदात करने का अधिकार नहीं है ।
यह घटना प्रशासन की छवि खराब कर रहा है । प्रांतीय संघ द्वारा निर्णय लिया गया है कि आरोपी एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह यादव को तत्काल गिरफ्तार कर उनकी सेवा समाप्त की जाए ।
मृतक सुनील कुमार शर्मा के आश्रितों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए तथा आश्रितों को तत्काल सेवायोजित किया जाए ।
उन्होंने बताया कि 1 सप्ताह के अंदर यदि एसडीएम को गिरफ्तार कर कार्यवाही नहीं की गई तो प्रांतीय संघ के निर्णय अनुसार आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी ।
हड़ताल के दौरान डॉ कपिल मदान, इरशाद अली, मनोज कुमार, तिलकराम, लक्ष्मी नारायण, पाटेश्वरी प्रसाद, सरोज श्रीवास्तव, लक्ष्मी श्रीवास्तव, विजयलक्ष्मी यादव, गीता शाह, राजेश कुमार, पवन कुमार, आनंद कुमार, चौधरी, नंदकिशोर, बाबूराम पांडे व गयासुद्दीन सहित कई अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे ।
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