वासुदेव यादव
अयोध्या। जेठ माह में पूर्णिमा के दिन बाघी मंदिर में फूल बंगले की झांकी सजाई गई। इस दौरान मंदिर में नामचीन गीतकार संगीतकार आदि ने अपनी गीत प्रस्तुत किए।
इस दौरान नाना प्रकार के फूलों से बाघी मंदिर में विराजमान सरकार को सजाया गया। साथ ही नाना प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया और महाआरती की गई।
इस दौरान देर शाम से रात तक दर्शन पूजन का क्रम जारी रहा। हजारों भक्तों ने झांकी का दर्शनकर अपना जीवन धन्य किए।
कार्यक्रम के संयोजक और व्यवस्थापक समाजसेवी विकास श्रीवास्तव ने कहा कि गर्मी से बचाने हेतु भगवान का हर वर्ष फूल बंग्ले की झांकी सजाई जाती है। जेठ माह के अंतिम मंगलवार और पूर्णिमा के दिन सजाया जाता है।
इस कार्यक्रम में अयोध्या के सभी सन्त महंत धर्म गुरु आदि शामिल होते हैं। सभी को अंग वस्त्र देकर स्वागत सत्कार किया जाता है। उन्होंने बताया कि जेठ माह में गर्मी बढ़ जाती है।
ऐसे में भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए नाना प्रकार के फूलों से मंदिर को सजाया और संवारा जाता है। भक्तगण और गीतकार भगवान के समक्ष गीत प्रस्तुत करते हैं।
उन्होंने बताया इस मौके पर झांकी उत्सव में आए भक्तों को प्रसाद का भी वितरण किया गया। कार्यक्रम में हनुमानगढ़ी के महंत धर्मदास जी, महंत राजू दास जी, महंत बृजमोहन दास जी, महंत विदुर दास, महंत सीताराम दास सहित अयोध्या के सभी धर्म गुरु शामिल रहे और सभी का स्वागत सत्कार किया गया।
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