आर के गिरी
गोण्डा: क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर काव्य, लोकगीत वर्षो से ध्यानाकर्षण के माध्यम रहे है।जिसमे उलहना देना, निंदा करना,मांग करना शामिल रहा है।
लेकिन इस युग में सोशल मीडिया के माध्यम से अलग अलग प्रकार के वीडियो वायरल होते है जिससे कभी कोई घटना,समस्या या मस्ती प्रतीत होती है।
लेकिन इस बार एक अलग ही वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है , जो विधुत विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को बद्दुआएं दे रहा है। जो अवधी भाषा मे गाये गए लोक गीत के तर्ज को संदर्भित करता है।
बताते चले कि गोण्डा जनपद के मनकापुर तहसील क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में की जाने वाली विधुत आपूर्ति ऊंट के मुँह में जीरा साबित हो रही है।
अघोषित विधुत कटौती से ग्रामीण उपभोक्ता त्रस्त है। कभी ऊपर से ग्रामीण उपखण्ड पर कटौती होने से विधुत आपूर्ति बाधित होती है , तो कभी आपूर्ति के लिए बिछाई गई लाइन के तार कोलतार के जैसे गल कर चू जाते है।
वही विधुत विभाग के सूत्रों की माने तो ग्रामीण क्षेत्र में उपखण्ड(हाइडिल) के फीडर के सापेक्ष ज्यादा लोड होने से हाइडिल से स्वतः लाइन ट्रिप हो जाती है ,जिसे पुनः लगभग 5 से 10 मिनट उपरांत पुनः लगाया जाता है,जो लगभग10 से 15 मिनट उपरांत स्वतः ट्रिप हो जाती है।
वही रही सही कसर फील्ड में कार्यरत लाइन मैन पूरी कर देते है। किसी भी समस्या के समाधान के लिए आधे से एक घण्टे के लिए शटडाउन ले लेते हैं । इसी प्रकार पूरा दिन बेकार हो जाता है।
इन्ही समस्याओं से त्रस्त किसी लोककलाकार द्वारा गाये गए 31 सेकेंड के गाना को प्रस्तुत किया गया जिसमें एक फोटो लगाया गया है फोटो में राणा क्रिएटिव अंग्रेजी में लिखा गया है,जो किसी यूट्यूब चैनल पर अपलोड वीडियो से दर्शाता है।
जिसमे एक मेन विधुत बोर्ड दिख रहा है जहाँ सांकेतिक लाइन मैन के रूप में एक विदेशी युवक हाथ मे दस्ताना पहने टोपी लगाए हुए बोर्ड से एक मल्टीमीटर(टेस्टर) लिए हुए लाइन को टेस्ट कर रहा है।
वही गाने के बोल कुछ इस प्रकार है कि "जवन दहिजरा रोज काटत है बिजुलिया, जिव क़य हमारे करत बय संसतिया, हे काली माई वहका धरतिस उठाय लियो,तुंहसे न बनय बात हमसे मिलवाय दियो,काली माई वहका धरतिस उठाय लियो"
यह गाना अघोषित विधुत कटौती को लेकर गर्मजोशी से सुन कर वायरल किया जा रहा है।
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