आरके गिरी
उत्तर प्रदेश के गोंडा जनपद में योगी सरकार की अति महत्वाकांक्षी गरीब कन्याओं की सामूहिक विवाह योजना के तहत रविवार को 152 जोड़ें की शादी रीति रिवाज के साथ संपन्न हुई।
इस कार्यक्रम से एक दो जनप्रतिनिधियों को छोड़ दिया जाए तो अन्य सभी जनप्रतिनिधियों ने किनारा कस लिया।
मुख्यालय के एक मैरिज हाल में सामूहिक शादी का कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिसमें जिले के 16 विकास खंडों से शादी के लिए जोड़ों को बुलाया गया था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री रहे।कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, गौरा विधायक प्रभात वर्मा,गोंडा सांसद के प्रतिनिधि रमाशंकर मिश्र,ब्लाक प्रमुख छपिया नीलू पासवान मौजूद रहे।
बताते चलें कि सामूहिक विवाह के लिये सरकार द्वारा 51 हजार रूपये का अनुदान दिया जाता है। जिसमे 35 हजार रुपये डीबीटी योजना के माध्यम से सीधे कन्या के खाते में भेजा जाता है।
दस हजार रूपये का पायल बिछुवा,बर्तन व कपड़ा व अन्य सामान दिया जाता है। प्रति जोड़े से 6 हजार रूपये विवाह कार्यक्रम में खर्च किया जाता है।
समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विधि-विधान पूर्वक शादी संपन्न कराने के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था कराई गई थी।
सामूहिक विवाह कार्यक्रम में अल्पसंख्यक समुदाय के 12 जोड़ो ने पंजीकरण कराया था। लेकिन केवल 7 जोड़े ही सादी में शामिल हुए।
विकास खंड रुपईडीह से 6,विकास खंड इटियाथोक से 1,विकास खंड बभनजोत से 10,विकास खंड बेलसर से 5,विकास खंड कर्नलगंज से 5,विकास खंड कटरा से 5,विकास खंड मुजेहना से 15,विकास खंड मनकापुर से 4,विकास खंड हलधर मऊ से 2, विकास खंड पड़री कृपाल से 6,विकास खंड परसपुर से 15,विकास खंड छपिया से 2,विकास खंड वजीरगंज से 16,विकास खंड तरबगंज से 14,विकास खंड नवाबगंज से 36,विकास खंड झंझरी से 3 जोड़े सामूहिक विवाह में शामिल हुए।
सामूहिक शादी से जनप्रतिनिधियों ने कसा किनारा
प्रदेश सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना से इस बार अधिकांश जनप्रतिनिधियों ने किनारा कस लिया।
कार्यक्रम में दो विधायक एक प्रमुख छोड़ दिया जाए। तो जनपद के 5 विधानसभा क्षेत्रों के विधायक 15 विकास खंडों के प्रमुख कार्यक्रम में नहीं दिखे।
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