गोण्डा: एक नाबालिग बालिका को हाईकोर्ट में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के जरिए बालिग दिखाया गया। कोर्ट द्वारा प्रमाण पत्र का सत्यापन कराया गया। तो प्रमाण पत्र के फर्जी होने का खुलासा होने के बाद सीएमएस महिला अस्पताल ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ नगर कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
इस मामले में एसओजी ने एक लोकवाणी संचालक सहित 6 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
जिले के मनकापुर कोतवाली के गांव धोबहा के रहने वाले अमित वर्मा ने इसी क्षेत्र के एक नाबालिग बालिका को बहला-फुसलाकर भगा ले गया था।
बालिका के पिता ने मनकापुर कोतवाली में अमित के विरुद्ध अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस ने बालिका को बरामद कर नारी निकेतन भेज दिया था।
आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट से विवेचना के दौरान गिरफ्तारी न किये जाने के लिए स्थगन आदेश प्राप्त कर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के जरिए हाई कोर्ट में एक रिट याचिका दायर कर न्याय की गुहार लगाई थी। जबकि पीड़ित पक्ष द्वारा जन्म प्रमाण पत्र फर्जी होने का दावा किया गया था।
ऐसे में जब न्यायालय द्वारा जन्म प्रमाण पत्र का सत्यापन कराया गया। तो वह फर्जी निकला। ऐसे ही एक अन्य मामले में एक और जन्म प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया।
सत्यापन में दो-दो प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने के बाद अस्पताल प्रशासन की छवि खराब होने लगी। इस फर्जीवाड़ा से परेशान मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ इंदु बाला ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध नगर कोतवाली में अज्ञात लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया गया।
पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच के लिए एसओजी टीम को लगाया गया। शनिवार की देर शाम एसओजी टीम ने मनकापुर कोतवाली क्षेत्र से एक लोकवाणी संचालक समेत 6 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
हालांकि मनकापुर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मनोज राय ने इस पूरे मामले में किसी भी प्रकार की जानकारी होने से इनकार किया।
इस संबंध में क्षेत्राधिकारी संजय तलवार ने बताया कि फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कुछ देर बाद मीडिया सेल के माध्यम से प्रेस नोट भेज दिया जाएगा।
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