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मोतीगंज: तंत्रमंत्र का चक्कर: 19 लाख के लूट के बाबत वारंट लेकर मोतीगंज पहुंची कानपुर पुलिस,स्वामी योगेश्वर उर्फ वीरेंद्र के न मिलने पर किया चस्पा,पूरा मामला जानकर होगी हैरानी




गोंडा:कानपुर व्यापारी लूट कांड में गोंडा के  तथाकथित संत 19 लाख की लूट के आरोपी स्वामी योगेश्वर उर्फ वीरेंद्र के घर कानपुर पुलिस वारंट लेकर पुलिस पहुंची तो गांव वाले दंग रह गए। लूट के मामले में एक वर्ष से फरार चल रहा स्वामी योगेश्वर पर शिकंजा कसता जा रहा है । मंगलवार को स्वामी योगेश के घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा कर दी गई है।





 दिल्ली स्थित बड़े गुरु जी आश्रम के पास एक तथाकथित संत अंजनी मिश्रा ने अगरबत्ती सहित पूजा सामान के एक बड़े व्यापारी को अपने झांसे में लेकर कहां कि चित्रकूट में एक संत है। जिससे हम आपकी बात करवा दूंगा। वह आपके व्यापार को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में बढ़ाने का काम करेंगे। 



उन्होंने कहा कि कानपुर में एक अच्छी दुकान दिलवा दूंगा। उसके लिए 20 से 25 लाख पगड़ी देना पड़ेगा। दिल्ली के संत के झांसे में आकर व्यापारी अपने पार्टनर के साथ चित्रकूट के आरोज धाम के  पास संत माजगिरी के आश्रम गया। जहां पर संत माजगिरी से मिले बातचीत हुई। 



उसके बाद दोनों लोग वापस चले आए। मोबाइल पर बात होती रही। मोबाइल पर दिल्ली के संत अंजनी मिश्र और संत माजगिरी ने दुकान दिलाने के लिए 28 अप्रैल 2022 को मुझे कानपुर के घंटाघर के पास मिलने के लिए कहा कि मैं अपने बिजनेस पार्टनर के साथ 19 लाख रुपए लेकर बताए हुए समय के अनुसार कानपुर के घंटाघर अपनी कार से दिन के 10 बजे के आसपास पहुंच गया।  



उसके बाद कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक होटल में रुका। वहां पर हमें संत अंजनी मिश्रा और संत माजगिरी जहां मैं रुका था। उस होटल पर अपनी गाड़ी तथा एक अन्य सहयोगी दीपक के साथ पहुंचे जिसे मैं जानता पहचानता नहीं था। बातचीत हुई। 


वहां पर दोनों महाराज ने हमसे कहा कि तुम्हें कानपुर में दुकान पगड़ी पर दिलवाता हूं। जिस मालिक की दुकान है। वह औरैया में रहते हैं। वहां चलना पड़ेगा। इसके बाद संत माजगिरी हमारी गाड़ी में बैठ गए। दोनों लोगों का हम और हमारे बिजनेस पार्टनर ने विश्वास करके संत अंजनी मिश्र की गाड़ी  के पीछे अपनी गाड़ी लगा दिया। 



एक ढाबे पर घंटों बैठाए रखा, नहीं आए दुकान मालिक

यह दोनों लोग हमें सिकंदराबाद थाना क्षेत्र के कंचन ढाबा पर ले गए। फिर कहा कि इसी ढाबे पर इंतजार करो दुकान मालिक यहीं पर आकर मिलेगा। उसके बाद औरैया की तरफ चले गए।संत माजगिरी मेरी गाड़ी में मेरे पास बैठे रहे। करीब 45 मिनट बात शाम के 6 बजे के आसपास आकर उन्होंने मुझे तथा संत माजगिरी को बताया कि रोड की विपरीत दिशा में कानपुर वाली रोड पर मकान मालिक मौजूद है। 



यह कह कर अपनी गाड़ी के पीछे चलने को कहा। यह लोग हम लोगों को रोहिनी ग्राम के सामने कानपुर हाईवे के तरफ ले गया। वहीं पर कुछ देर तक इंतजार करने के लिए कहा और फिर आगे चले गए। संत माजगिरी हमारी गाड़ी में बैठे रहे। कुछ देर बाद माजगिरी महाराज में गाड़ी से उतर कर बाथरूम जाने की इच्छा जाहिर किया। 



बाथरूम के बहाने उत्तरा गाड़ी से तथाकथित संत और चबूतरे पर बैठा

बाथरूम करने के बाद वही एक छोटे से चबूतरे पर बैठ गए। वहां पर करीब 7 बज गए। इस दौरान हम दोनों लोगों को कुछ शंका हुई। हम लोग वहां से वापस चलने की बात आपस में करने लगे। संत मांजगिरी महराज ने टोका और कहा कि अभी फोन से बात हुई है। तुरन्त आ रहे है। 



इसी के ठीक बाद लगभग शाम 7 बजकर 10 मिनट पर मोटरसाइकिल से 2 लोग आए और माजगिरी बाबा को अपनी मोटर साईकिल पर बैठाते हुए मेरी गाडी मे रखे रुपयो उन्नीस लाख मुझे और मेरे साथी को डरा धमका कर ले लिये। पैसा लेकर फरार होने के बाद दोनों महाराज के नंबर बंद हो गए।



 संत ने कुछ दिन पहले खाता नंबर देकर पैसा ट्रांसफर करने के लिए कहा

व्यापारी का आरोप है कि दिल्ली के संत अंजनी मिश्र ने कुछ दिन पहले मुझे अपने किसी परिचित का बैंक खाता नंबर दिया था। जो अनुपम सिंह नाम के किसी व्यक्ति का खाता है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का यह खाता यूपी के जगदीशपुर शाखा का है। इसके अलावा गूगल पेमेंट का एक नंबर दिया था। हमने उस खाते में कोई पैसा ट्रांसफर नहीं किया।


व्यापारी संदीप बंसल ने कानपुर के सिकंदराबाद थाने में 22 अप्रैल 2022 को दर्ज कराई थी, एफ आई आर

कानपुर के सिकंदराबाद थाना क्षेत्र में दो तथाकथित संतों के लूट का शिकार हुए व्यापारी संदीप बंसल ने पुलिस में प्रार्थना पत्र देकर डकैती लूट सहित विभिन्न धाराओं में बीते 28 अप्रैल को अंजनी मित्र संत माजगिरी और दो अज्ञात के नाम एफ आई आर कराई थी। पुलिस विवेचना के दौरान गोंडा जिले के योगेश्वर स्वामी वीरेंद्र का नाम प्रकाश में आया। वीरेंद्र बीते करीब 1 वर्षों से फरार चल रहे हैं। पुलिस ने विवेचना करने के बाद चार्ज शीट न्यायालय को सौंप दिया था। योगेश्वर के फरार होने के चलते न्यायालय से वारंट जारी हुआ। उसके बाद भी लूट का आरोपी योगेश्वर हाजिर नहीं हुआ।



 गोंडा जिले के मोतीगंज थाना क्षेत्र के गांव पंडित पुरवा बेसहूपुर में आरोपी को गिरफ्तार करने कानपुर पुलिस पहुंची ना मिलने पर कानपुर पुलिस ने ग्रामीण और मोतीगंज पुलिस की मौजूदगी में योगेश्वर के घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा कर दिया है। 



मोतीगंज के थाना प्रभारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कानपुर पुलिस आई थी। लूट के आरोप में स्वामी योगेश्वर उर्फ वीरेंद्र घर पर नहीं मिला उसके घर पर कानपुर पुलिस नोटिस चस्पा कर गई है।

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