अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित कोतवाली नगर क्षेत्र अंतर्गत हर के तुलसीपुर रोड राष्ट्रीय राजमार्ग 730 बौद्ध परिपथ पर स्थित एमएलके पीजी कॉलेज के छात्रावास परिसर में बने तालाब में बुधवार दोपहर बड़ा हादसा हो गया। नहाने गए पांच बच्चों में से दो सगे भाइयों की डूबने से मौत हो गई। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है, वहीं मृत बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है
29 मई को कोतवाली देहात क्षेत्र के भलुहिया गांव निवासी विवेक उपाध्याय के दो बेटे, अपने तीन साथियों के साथ बलरामपुर शहर में स्वीमिंग पूल की तलाश में निकले थे। पूल न मिलने पर वे एमएलके कॉलेज परिसर में स्थित निर्माणाधीन तालाब में रुक गए और वहीं नहाने लगे। दोपहर करीब 2 बजे के आसपास सभी पांच बच्चे पानी में उतर गए। नहाते-नहाते वे गहरे पानी में चले गए, जिससे दो बच्चे – सार्थक उपाध्याय (14) और पार्थ उपाध्याय (10) – डूब गए। बाकी तीन बच्चों – अयांशु उपाध्याय (14), रूद्रांश उपाध्याय (15) और धीरेंद्र उपाध्याय (13) – ने किसी तरह खुद को बचाया और भागकर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से दोनों बच्चों के शवों को तालाब से बाहर निकाला। मृतक बच्चों के परिजनों को जैसे ही हादसे की जानकारी मिली, कोहराम मच गया। मां-बाप और परिवार के अन्य सदस्य मौके पर पहुंचे तो उनका रो-रोकर बुरा हाल था। प्रभारी निरीक्षक सुधीर सिंह ने बताया कि, “घटना दुखद है। दो बच्चों की मौत हुई है। अन्य तीन बच्चे सुरक्षित हैं। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है और आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।” भुलहिया गांव में घटना की खबर पहुंचते ही मातम पसर गया। पूरे गांव में सन्नाटा और शोक का माहौल है।
निर्माणाधीन तालाब, कोई चेतावनी बोर्ड नहीं
स्थानीय लोगों ने बताया कि छात्रावास परिसर में स्थित यह तालाब निर्माणाधीन है, लेकिन वहां कोई सुरक्षा व्यवस्था या चेतावनी बोर्ड नहीं लगा है। लोगों ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि खुले और असुरक्षित स्थल पर बच्चों का पहुंचना और हादसा हो जाना प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा है।
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