अखिलेश्वर तिवारी
114 करोड़ की लागत से होगा जिले का विकास
बांदा उत्तर प्रदेश दिवस के उद्घाटन अवसर पर आए थे सुरेश राणा
बलरामपुर । जनपद बलरामपुर के विकास का खाका तैयार कर लिया गया है और इसकी शुरुआत आज 72 योजनाओं के शिलान्यास के साथ शुरु हो चुका है । जनपद बलरामपुर के प्रभारी मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री चीनी उद्योग एवं गन्ना राज्य मंत्री सुरेश राणा ने एक साथ रिमोट दबाकर किया । प्रदेश के सबसे पिछड़े जनपद बलरामपुर के लोगों को इन योजनाओं के शिलान्यास से काफी सारी उम्मीदें बंधी हैं ।
प्रभारी मंत्री सुरेश राणा ने आज जिला पंचायत सभागार में आयोजित उत्तर प्रदेश दिवस के उद्घाटन करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि योगी सरकार ने दो सौ करोड़ का बलरामपुर के किसानों का कर्ज माफ किया है । साथ ही गन्ना मूल्य का भुगतान कराने के लिए स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं । बजाज चीनी मिल द्वारा बकाया भुगतान के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस तरफ भी प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं काफी भुगतान करा दिया गया है बजे भुगतान की व्यवस्था शीघ्र कराई जाएगी । कार्यक्रम में जिले के उन 30 अध्यापकों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने तमाम कठिनाइयो के बीच शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे कार्य किए हैं और बिगड़ी शिक्षा व्यवस्था को सुधारने में अहम भूमिका निभाई है ।
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प्रभारी मंत्री सुरेश राणा ने अपने संबोधन में कहा कि जनपद बलरामपुर प्रदेश का सबसे पिछड़ा हुआ जिला है । इस जिले में विकास के नाम पर आज तक केवल भाषणबाजी ही की गई है । धरातल पर किसी भी सरकार ने कोई कार्य नहीं किया जिसका नतीजा इस जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली व पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का टोटल है । आज उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर जनपद बलरामपुर मुख्यालय पर पहुंचे जिले के प्रभारी मंत्री चीनी उद्योग एवं गन्ना राज्यमंत्री सुरेश राणा ने 114 करोड़ की लागत से बनाए जाने वाले 72 परियोजनाओं का एक साथ शिलान्यास किया तथा शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले जिले के 30 अध्यापकों को सम्मानित भी किया । शिलान्यास तो इससे पहले भी होते रहे हैं परंतु शिलान्यास के बाद धरातल पर कार्य दिखाई नहीं देते । इस बार फिर शिलान्यास की झड़ी लगाई गई है अब देखना होगा कि धरातल पर कितनी योजनाएं उत्तर पाती हैं । यही डर यहां के लोगों को भी है कि कहीं ना कहीं पिछली सरकारों की तरह इस सरकार के लोग भी शिलान्यास करके ही विकास करना तो नही चाह रहे । सुरेश राणा का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बलरामपुर के विकास के लिए व्यक्तिगत रूप से रुचि रखते हैं और उन्होंने अस्पष्ट कह रखा है कि बलरामपुर से आने वाली किसी भी मांग को रोका ना जाए । बलरामपुर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की कर्मस्थली रही है । बलरामपुर 51 शक्तिपीठों में एक देवीपाटन की भूमि है इसलिए काफी अहम है । उन्होंने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह बात और है कि अन्य सरकारों ने बलरामपुर के महत्व को नहीं समझा । शायद इसीलिए बलरामपुर आज प्रदेश का सबसे पिछड़ा जिला है । योगी जी ने बलरामपुर के महत्व को समझते हुए उसके समग्र विकास के लिए विभिन्न योजनाओं के जरिए पिटारा खोल दिया है । शीघ्र ही सब कुछ सामने दिखाई देने लगेगा । उन्होंने स्पष्ट किया कि हम केवल शिलान्यास नहीं कर रहे अगले साल इन सारी योजनाओं का लोकार्पण भी आपके सामने ही करुंगा और तब सभी को विश्वास हो जाएगा कि योगी सरकार सिर्फ घोषणाएं नहीं करती कार्य भी करके दिखाती है । जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया उसमें उनमें सड़क वह विद्युत परियोजनाएं विशेष रूप से शामिल है । कार्यक्रम के दौरान विधायक सदर पलटू राम, विधायक तुलसीपुर कैलाश नाथ शुक्ला, भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश सिंह, महामंत्री अजय सिंह पिंकू, जिला अधिकारी राकेश कुमार मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी फूलचंद जैस्वाल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेश यादव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी घनश्याम सिंह, उप कृषि निदेशक रामबचन राम व उप जिलाधिकारी सहित तमाम अधिकारी जनप्रतिनिधि व गणमान्य लोग मौजूद थे ।
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