ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। करनैलगंज के कटरा घाट पर सरयू नदी स्वच्छता अभियान के तहत लगातार नौवें सप्ताह सफाई अभियान जारी रहा। इस बार टर्टल सर्वाइवल एलायंस इंडिया की शोधकर्ता ऋषिका दुबला, श्रीपर्णा व रश्मि श्रीवास्तव लखनऊ से आकर अभियान में जुड़ीं। इस सप्ताह भी स्वयंसेवकों ने नदी की सफाई करने के साथ, लोगों को जागरूक किया। इसके साथ ही घाट की दीवारों पर सरयू तथा सरयू के जलजीवों के संरक्षण का सचित्र संदेश लिखा।
अभियान में इस बार सरयू घाट पर आए हुए अधिकांश लोगों ने भी नदी से कचरा निकालने में सहयोग दिया। अभियान के मार्गदर्शक सदस्य भाष्कर दीक्षित ने कहा कि जलवायु परिवर्तन तथा छठवें विलुप्तीकरण के वर्तमान दौर में नदियों का संरक्षण करके इन वैश्विक समस्याओं का नुकसान कम किया जा सकता है। शोधकर्ता ऋषिका दुबला ने संयुक्त राष्ट्र की जल संकट संबंधी रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि नदियों की सफाई करके न सिर्फ हम नदियों को साफ़ कर सकते हैं बल्कि भविष्य के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कर सकते हैं।
शोधकर्ता श्रीपर्णा ने कहा कि वे नदी के किनारे दीवार पर सरयू में पायी जाने वाली प्रजाति काला काठा का चित्र बनाकर लोगों को कछुओं का नदी की स्वच्छता में महत्वपूर्ण योगदान समझाने की कोशिश कर रही हैं। रुषी दूबे ने नदी में धार्मिक कचरा फेंक रहे लोगों को समझाया कि ऐसा करके वे नदी का अपमान कर रहे हैं, अतः उन्हें नदी में कचरा डालने के बजाय नदी की सफाई के लिए आगे आना चाहिए। सफाई तथा पेंटिंग अभियान के बाद स्वयंसेवकों ने घाट पर बैठक किया तथा 21 जुलाई को आयोजित किए जाने वाले सरयू नदी स्वच्छता धर्म सम्मेलन में धार्मिक कार्यों से जुड़े लोगों को आमंत्रित करने के अभियान की स्थिति पर चर्चा किया और सभी से अनुरोध किया कि लोगों से पुराने बोर्ड इकठ्ठा किया जाए जिससे उन पर संदेश लिखकर जागरूकता हेतु घाट पर लगाया जा सके।
अभियान में डॉ. आशीष गुप्ता, परसपुर विकास मंच के अरुण सिंह व राकेश शुक्ल, आज़ाद युवा विकास फाउंडेशन के योगेंद्र सिंह, सूरज सिंह तथा रुद्रा क्लासेज के ज्ञान सिंह आदर्श, आकाश सिंह, नेचर क्लब फाउंडेशन के अभिषेक दूबे तथा रूषी दूबे व टर्टल सर्वाइवल एलायंस के बलराम, दिलीप व अमन द्विवेदी भी उपस्थित रहे।
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