तुलसीपुर बलरामपुर ।। जनपद बलरामपुर जिला कारागार में पत्नी की हत्या के आरोप में निरूद्ध कैदी जय लाल पाल ने आज भोर सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली । जेल के अंदर बंदी द्वारा फांसी लगाए जाने की घटना के बाद से पूरे जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है तथा जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहा है। पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने कैदी द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने की घटना की पुष्टि की गई है । कोतवाली देहात पुलिस ने मजिस्ट्रेट के समक्ष पंचनामा कराकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है ।
थाना तुलसीपुर के ग्राम बड़गंव निवासी जय लाल के ऊपर उसी की पत्नी की हत्या करने का आरोप था । पत्नी की हत्या के आरोप में जय लाल को 19 अप्रैल 2020 को जेल भेजा गया था। पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया के जय लाल ने बुधवार भोर में लगभग 2 से 3 के बीच बाथरूम में लगे नल में गमछा बांधकर फांसी लगाई है । उन्होंने अन्य बंदी कैदियों के हवाले से यह भी बताया कि जैलाल जेल में आने के बाद से अधिक बातें नहीं करता था। जय लाल हमेशा गुमसुम रहा करता था । मंगलवार की शाम उसने भोजन भी नहीं किया था। पूरी घटना पर गौर किया जाए तो जैलाल को अपनी पत्नी की मौत का कहीं ना कहीं काफी अफसोस हो रहा था, जिसके कारण हो निराशा परेशान रह रहा था। माना जा रहा है कि डिप्रेशन का शिकार होकर उसने फांसी लगाया है । घटना के बाद जेल प्रशासन की व्यवस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है । माना जा रहा है कि जब कई दिनों से जैलाल डिप्रेशन में था, बातें भी नहीं कर रहा था, ऐसी स्थिति में जेल प्रशासन ने उसकी मानसिक स्थिति को महसूस नहीं किया, जिस से वह डिप्रेशन में आकर आत्महत्या जैसे कदम उठाया। दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि कैदियों के पास फांसी लगाने जैसे व्यवस्थाएं कैसे उपलब्ध हो पाती हैं, जैसे कि गमछा इतना बड़ा जिसमें टंकी में बांधने के बाद गले में फंदा लगाने की पूरी व्यवस्था मौजूद हो । ऐसे कई सवाल हैं जो जांच के बाद हो सकता है सामने आए, या फिर व्यवस्थाओं में खामी को छिपाने के लिए उसे उजागर ही न किया जाए । हालांकि पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने जांच कराने की बात कही है । उन्होंने कहा कि जांच में यदि सिस्टम का कोई दोषी पाया जाएगा तो उसके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी । मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने भी मामले की जांच कराने का निर्देश दिया है।
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