दो अंतर्राज्यीय साइबर अपराधी को पुलिस ने पकड़ा
आलोक कुमार बर्नवाल
सन्तकबीरनगर। थोड़ी सी असावधानी आजकल के दौर में लाखों का नुकसान करवा देती है। इस डिजिटल पेमेंट के जमाने मे अब ठगी का कारोबार भी डिजिटल हो गया है। जिसके माध्यम से आम आदमी के साथ ही दुकानदार भी ठगी के शिकार हो रहे है। जिसकी शिकायत पर पुलिस की साइबर सेल के शाखा द्वारा निरन्तर ऐसे अपराधियो को गिरफ्तार भी किया जाता रहा है।
इसी कड़ी में ताजा मामला थाना कोतवाली खलीलाबाद क्षेत्र के अन्तर्गत खालसा टेलीकाम, वाइस इंडिया मोबाइल तथा अलहिंद मोबाइल बरदहिया बाजार के दुकानदारों द्वारा पुलिस को सूचना दिया गया कि अज्ञात व्यक्तियों द्वारा पेटीएम से पैंसा पेमेंट कर मोबाइल लिया गया परंतु पैसे का मैसेज मोबाइल में नहीं आने पर तकनीकी समस्या समझाकर उन्हें मोबाइल लेकर जाने दिया गया। काफी समय बाद भी जब बैंक खाते को चेक किया गया तो पता चला कि पैसा नहीं आया है व पैंसे को फर्जी तरीके से भुगतान करा दिया गया। जिसके संबन्ध में थाना कोतवाली खलीलाबाद पर मु0अ0सं0 195/2021 धारा 420/406 आईपीसी व 66 आईटी एक्ट बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया था। शुक्रवार को देर रात लगभग 9 बजे के आसपास मेहदावल बाइपास से ठगी के घटना में प्रयुक्त होण्डा एक्टिवा स्कूटी के साथ दो अंतर्राज्यीय साइबर अपराधी अवनीश तिवारी पुत्र प्रदीप तिवारी निवासी अधिवक्तानगर थाना गोपालगंज जनपद गोपालगंज बिहार तथा प्रभाशुं जायसवाल पुत्र अशोक जायसवाल निवासी ग्रीन सिटी कालोनी थाना गोरखनाथ जनपद गोरखपुर को 05 अदद एंड्रायड मोबाइल पेटीएम स्फूप द्वारा फर्जी तरीके से खरीदी हुई ) के साथ गिरफ्तार किया गया।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उक्त अभियुक्तगणों की तलाश पुलिस लगातार कर रही थी। जिसे पुलिस के कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के पूछताछ मे अभियुक्तगणों ने बताया कि हम लोगों ने मोबाइल मे एक फर्जी पेमेंट ऐप PAYTM SPOOF को डाउनलोड किया है। इसी के माध्यम से हम लोग मिलकर दुकानदारों को धोखा देकर मोबाइल ले लेते है। स्फूप पेटीएम नाम के फर्जी पेटीएम एप्लीकेशन से क्यूआर कोड को स्कैन करके पैसा भुगतान करते है। जिसका पैंसा दुकानदार के खाते में नहीं जाता है और ऐप में भुगतान सफल दिखा देता है। इस तरह से हम लोग आसपास के जनपद देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, गोरखपुर, बस्ती आदि जनपदों के अलावा अन्य राज्य जैसे दिल्ली, बिहार से भी इसी तरह फर्जी पेटीएम स्फूप के माध्यम से भुगतान कर मोबाइल को खरीदकर बेंच देते थे । हम लोगों द्वारा बड़े-बड़े होटल, रेस्टोरेंट, शापिंग माल मे भी इस तरह के अपराध कारित किये गये हैं। इस तरह से पुलिस द्वारा ठगी के इस स्वरूप को उजागर किया।
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