मनकापुर गोण्डा। बृहत गौशाला बैरीपुर रामनाथ में जहां कई गौवश मृतक पडे हैं। वही लगभग एक दर्जन बीमार हैं जो कि जमीन पर पडे तडप रहे हैं।
शासन प्रशासन का हाल ये है कि सारी जिम्मेदारी ग्राम प्रधान पर डालकर खुद वहां झांकने नहीं जा रहे हैं।
रविवार को बृहद गौ शाला में कई छुट्टा मवेशी की मौत जिसमे तीन चार गाय तथा एक बछिया अंदर मरी पडी थी ।
वही गौशाला के बगल एक दर्जन गौबंश मरे पडे थे जिसको कुत्ते, कौवे नोच नोंच कर खा रहे थे। कुछ के अस्थि पंजर पडे थे। तेज दुर्गंध आ रही थी।
घटना की जानकारी एसडीएम कीर्ति प्रकाश भारती को दी गयी तो आनन फानन में खंड विकास अधिकारी विजय कांत मिश्र, एडीओ पंचायत राकेश श्रीवास्तव, सचिव पवन कुमार गौतम तथा पशु चिकित्सक डाक्टर परमहंश राय मौके पर पहुंचे।
कुछ देर बाद तहसीलदार नरसिंह नरायन वर्मा भी पहुंच गये। घटना को देख खुद अधिकारियों ने दांतो तले उंगली दबा लिया।
बताते चले कि डाक्टर परमहंस राय ने बताया कि मात्र 180 गोबंशो की क्षमता की यह गौशाला बनी हुई है लेकिन जबरन यहां 200 की जगह लगभग चार सौ मवेशी रखे गये हैं। जिससे यह स्थति उत्पन्न हुई है।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि आत्मराम पान्डेय ने बताया कि अभियान के तहत 15 दिनों से लगातार यहां मवेशी भेजे जा रहे हैं लेकिन सुविधाएं नहीं बढाई गयी। भूसा दाना व ठंड से बचाव के लिए कोई अतिरिक्त व्यावस्था गांव सभा को नहीं दी गयी है।
इन्होनें पशु डाक्टर डाक्टर परमहंश राय पर गंभीर आरोप मढते हुए बताया कि पशु लगातार बीमार हो रहे है फोन करके डाक्टर साहब को बुलाया जाता है लेकिन नहीं आते है।
ज्यादातर तो फोन ही नहीं रिसीब करते है। यदि करते हैं तो कहते है कि हमारी एसएसटी टीम चुनाव में ड्यूटी लगी है।
वही जहां एक दर्जन से अधिक गोवंश मृत पडे हैं वहा डाक्टर मात्र 2 तीन पशु मरने की बात कबूल कर रहे हैं।
बोले जिम्मेदार
एसडीएम कीर्ति प्रकाश भारती ने बताया कि हमें सूचना मिलते ही मातहत लोगों को मौके पर भेज कर मृत पडे मवेसियों को जेसीबी से खुदाई कराके उन्हें मिट्टी के नीचे प्रधान के सहयोग से कराया गया है। खंड विकास अधिकारी से इस मामले में तत्काल रिपोर्ट तलब की गयी। खंड विकास अधिकारी ने बताया है कि सेक्रेटरी के निलंबन की रिपोर्ट भेजी जा रही है।
खंड विकास अधिकारी विजय कांत मिश्र ने बताया कि प्रथम दृष्या ग्राम पंचायत में तैनात सचिव पवन कुमार गौतम की लापरवाही पायी गयी। कई दिनों गोबंश मर रहे । इसकी न तो सूचना इनके द्वारा किसी भी सक्षम अधिकारी को नहीं दिया गया। न ही मौके पर जाकर इलाज आदि की व्यावस्था कराई गयी। इस कारण इन्हें निलंबित करने हेतु सीडीओ साहब को पत्र भेजा जा रहा है।
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