रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करनैलगंज में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत विशाल मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता उपचार शिविर का आयोजन किया गया।
जिसका शुभारंभ अधीक्षक डॉ.सुरेश चंद्रा ने फीता काटकर किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये अधीक्षक ने मानसिक स्वास्थ्य व उनसे जुडी बीमारियों के बारे में विस्तार से बताया।
मनोचिकित्सक डॉ.नूपुर पॉल ने विभिन्न प्रकार के 23 मानसिक रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर चिकित्सकीय उपचार प्रदान किया।
मानसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता उमेश भारद्वाज ने जनसामान्य को मानसिक बीमारियां के लक्षणों के बारे में बताते हुये कहा कि नींद न आना, उलझन, घबराहट, मिर्गी के दौरे, डिप्रेशन, सिर दर्द, चक्कर आना, आत्महत्या के विचार आना, अपने आप से बात करना, शक करना, भूत प्रेत की छाया दिखना, डर लगना, पढ़ाई में मन न लगना आदि मानसिक समस्याओं से बचने के लिये 6 से 8 घंटे तक सोना आवश्यक है।
साथ ही प्रतिदिन व्यायाम, साफ सफाई, शुद्ध भोजन, धूम्रपान आदि का सेवन न करके मानसिक समस्याओं से बचा जा सकता है।
उन्होंने शासन द्वारा प्रदान की जा रही निःशुल्क मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी देकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया।
साथ ही चिकित्सकीय उपचार व परामर्श जारी रखने के लिए जिला चिकित्सालय गोंडा में मंगलवार, बुधवार व शुक्रवार को सुबह 8 से 2 बजे तक आने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि किसी तरह की मानसिक समस्या होने पर जिला चिकित्सालय के मानसिक स्वास्थ्य हेल्प लाइन नंबर 6392540889 पर संपर्क करने की सलाह ली जा सकती है।
शिविर में कम्युनिटी नर्स दीपमाला गुप्ता द्वारा मरीजों को औषधि वितरण किया गया।
तुषार डेनियल द्वारा बीपी व मधुमेह की जांच की गई। ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर संजय कुमार यादव, बीसीपीएम सुरेंद्र यादव सहित अस्पताल के समस्त स्टाफ व क्षेत्र की जनता मौजूद रही।
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