अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज के बच्चों को वर्चुअल फलों व उनके रंगों का पहचान कराया गया तथा उनके महत्व के विषय में जानकारी दी गई ।
जानकारी के अनुसार 06 अप्रैल को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज, ऑनलाइन बच्चों को ‘‘फल तथा उनके रंगो की पहचान एवं उसके महत्व‘‘ को बताया गया। शिक्षक शिक्षिकाओं ने बच्चों को बताया कि आहार ही मानव जाति का आधार स्तंभ है । मानव जो आहार करता है वह पचकर शरीर में स्फूर्ति पैदा करता है। जिन आवश्यक तत्वों से पूर्ण होकर शरीर बनता है, ऐसे खाद्य पदार्थो को भोजन या आहार कहते है। आहार के आवश्यक अंग प्रोटीन, वसा, शार्करीय पदार्थ, खनिज लवण विलय होते है। कंदमूल, सूखे हुए फल इसके अंतर्गत आते है, इसमें प्रोटीन और कुछ विटामिन भी पाये जाते है। इन्ही आवश्यक आहारों में फल एक प्रमुख आहार हमारे शरीर का होता है, जो हमें भरपूर मात्रा में आयरन, प्रोटीन, जिंक आदि देते है। शिक्षिकाओ ने बच्चों को फल तथा उनके रंगो की पहचान कराया । साथ-साथ उसके गुणों के बारे मे भी बताया। बच्चों ने भलि-भांति फलों तथा उनके रंगो की पहचान की तथा उसके गुणों के बारे में भी बताया। जैसे-आम तथा पपीता पकने पर पीले रंगों का होता है। इसमें विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है। लीची तथा सेब लाल रंग की होती है, इसमें विटामिन सी पाया जाता है । बेल पकने पर पीले रंग का होता जिसमें विटामिन सी पाया जाता है। बच्चों को यह भी बताया गया कि कीवी फल दुनिया की सबसे ताकतवर फल है, जो भूरे रंग का होता है। इस फल के सेवन से आँखो से सम्बन्धित बीमारिया खत्म होती है तथा जोड़ों के दर्द, शरीर के अन्य दर्द खत्म होते है तथा पाचन तंत्र को ठीक रखता है । सेब में एन्टीऑक्सीडेंट, विटामिन एवं फाइबर सहित अन्य पोषक तत्व होते है। जो बच्चे फल खाना नही पंसद करते थे वे अपने शिक्षकों व शिक्षिकाओं से वादा किये कि वे रोज एक फल का सेवन अवश्य करेगें। शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बच्चों को बताया कि हमे हमेशा सस्ते एवं सीजनल फल का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए, और अपने शरीर को चुस्त-दुरूस्त तथा दिमाग को स्वस्थ रखना चाहिएं ।
‘‘फल तथा उनके रंगो की पहचान एवं उसके महत्व‘‘ के बारे में शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा बच्चों से फल तथा उनके रंगों के बारे में पूछने पर छात्र एवं छात्राओं में आराध्या यादव, अक्षत श्रीवास्तव, आयुश श्रीवास्तव, जयश मिश्रा, आर्दश मिश्रा, रूद्र पाण्डेय, वरूण श्रीवास्तव, आदित्य श्रीवास्तव, श्रृयांश सिंह, आराध्या श्रीवास्तव, आरव शर्मा, सौम्या पासवान, ऋर्षि, आरूष शुक्ला, आव्या, श्रृष्टि द्धिवेदी, प्राज्ज्वल मनि मिश्रा, अत्येन्द्र मिश्रा, अलीजा, वैष्नव, सम्राट, सर्वेश, अस्विन, उत्कृष्ट सिद्धार्थ, इलमा, आयु सिंह, रीति, मिष्ठा श्रीवास्तव आदि बच्चों ने अपनी तोतली आवाज में फलो की पहचान तथा उनके रंगों को बताया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने प्रशंसा की । उप प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय सहित अध्यापकगण पूनम चौहान, लता श्रीवास्तव, रूबी त्रिपाठी, किरन मिश्रा, नीलम श्रीवास्तव, नेहा श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, रीना श्रीवास्तव व प्रियंका शुक्ला नें ‘‘फल एवं उनके रंगो की पहचान तथा उसके महत्व‘‘ को खूब सराहा।
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