सुनील उपाध्याय
बस्ती। उत्तर प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल कर लिया है। सरकार के इस निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा कि यह निर्णय भारतीय जनता पार्टी के सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के नारे को चरितार्थ करती है। उक्त बातें रविवार को सांसद द्विवेदी ने बस्ती सर्किट हाउस के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में कही।
सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश भर के कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार, प्रजापति, धीवर, बिन्द, भर, राजभर, धीमर, बाथम, तुरहा, गोड़िया, माझी और मछुआ जाति के लोग लंबे अरसे से खुद को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग कर रहे थे। जिसे पूरा करने के उद्देश्य से प्रदेश की योगी सरकार ने यह ऐतिहासिक फैसला लिया। इस फैसले से बड़ी संख्या में इन जातियों के लोगों इसका लाभ मिलेगा। कहा कि पिछले करीब दो दशक से इन सत्रह अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की कोशिशें की जा रही हैं। पिछली सपा और बसपा सरकारों में इन्हें अनुसूचित जाति में शामिल करने का निर्णय मामला ठंडे बस्ते में चला गया था।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा कि भाजपा सरकार विकास की नई इबारत लिख रही है, किसानों के खाते मे किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को छह हजार रुपया, ग्रामीण इलाकों में घर घर को रोशनी देने के लिए प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के तहत बिजली कनेक्शन, उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन, इज्जत घर, प्रधानमंत्री आवास योजना सहित तमाम योजनाओं का लाभ आम जन तक पहुंचा है। भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार ने गांव गरीब मजदूर किसानो नौजवानों और समाज के कमजोर वर्ग के लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ दिया है।
प्रेस कांफ्रेंस में सांसद हरीश द्विवेदी ने पूर्व सांसद अष्टभुजा शुक्ल की पत्नी के असामयिक निधन पर शोक प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवार को संबल प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया। भाजपा मीडिया संपर्क प्रमुख नितेश शर्मा, राजेश पाल चौधरी, अरविंद पाल, सुनील सिंह, बृजराज शुक्ल, अनंत कृष्ण पांडेय, वैभव पांडेय मौजूद रहे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ