सुनील उपाध्याय
बस्ती । मां ब्राम्ही साहित्यिक एवं लोक कल्याणकारी ट्रस्ट द्वारा बहादुरपुर विकास खण्ड के कूढा पट्टीपृथी गांव में सक्सेरिया इण्टर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त डॉ. कमलेश पाण्डेय की अध्यक्षता में कवि सम्मेलन एवं सारस्वत सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि सुल्तानपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सी.वी.एन. त्रिपाठी ने कहा कि साहित्यकार सदैव सामाजिक हितों के लिये चिन्तन करते हैं। डॉ. कमलेश पाण्डेय जैसे ऋषि कल्प मनीषी साहित्यकार की उपस्थिति में काव्य संसार के साथ साक्षात्कार बड़ा अनुभव है।
विशिष्ट अतिथि आचार्य अम्बिका प्रसाद मिश्र ने कहा कि साहित्यकार अपने समय के सत्य के साथ जनहित में मुठभेड़ करते हैं। साहित्यकार डॉ. त्रिभुवन प्रसाद मिश्र ने कहा कि साहित्यकार हमें निरन्तर सृजनात्मक जीवन के लिये सजग रखते हैं। अध्यक्षता करते हुये डॉ. कमलेश पाण्डेय ने कहा कि साहित्य आत्मा की संकल्पात्मक अनुभूति, सत्यम्, शिवम् सुन्दरम की समष्टि है।
वरिष्ठ कवि डा. रामकृष्ण लाल जगमग के संचालन में आयोजित कवि सम्मेलन में राममणि शुक्ल, कमलापति पाण्डेय, नवनीत पाण्डेय, सत्येन्द्रनाथ ‘मतवाला’ सौरभ पाण्डेय, दिव्यांश उपाध्याय, योगेश्वर पाण्डेय रसिक आदि ने काव्य पाठ किया। डा. जगमग की पंक्ति ‘ आप शायर हैं, तो शायर ही रहे, मत सुनायें शायरी दरबार में, जगमग कल साहित्य का जलसा हुआ था, पर नहीं आयी खबर अखबार में’’ को सराहना मिली।
इसी क्रम में मां ब्राम्ही साहित्यिक एवं लोक कल्याणकारी ट्रस्ट की ओर से डा. सी.बी.एन. त्रिपाठी, स्वामीनाथ त्रिपाठी, सूर्य नरायन मणि त्रिपाठी, डा. अवध नरायन मिश्र, डा. त्रिभुवन प्रसाद मिश्र, डा. रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ योगेश्वर पाण्डेय आदि को अंग वस्त्र, सम्मान पत्र, प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में राम कृपाल पाण्डेय, रमाकान्त मिश्र, अशोक कुमार पाण्डेय, सौरभ पाण्डेय, कु. श्रुति पाण्डेय, देवकीनन्दन पाठक, देवांश उपाध्याय के साथ ही अनेक लोग उपस्थित रहे। आभार ज्ञापन डॉ. त्रिभुवन प्रसाद मिश्र ने किया।
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