■ आखिर किसके संरक्षण से चल रहा फर्जी मदरसा
आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। प्रदेश में योगी सरकार ने सरकार बनाई तो अपराध और भ्रष्टाचार मुक्त कराने की बात कही और लोगों को विश्वास हुआ कि अब भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगा। हालांकि इस बात से भी नकारा नहीं जा सकता की फर्जीवाड़े और जिम्मेदारों पर कार्यवाही नहीं हुई। लेकिन जिले के जिम्मेदार अधिकारी लगाम लगाने के बजाय कार्यवाही करने का आश्वासन दे रहे हैं।
ताजा मामला सेमरियावां विकासखंड के चाईकला ग्राम पंचायत का है जहां पर अवैध तरीके से आंगनवाड़ी सेंटर में मदरसा विद्यालय का संचालन किया जा रहा है जिसमें लगभग 200 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। सवाल यह उठ रहा है कि फर्जी मदरसे में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों का भविष्य कहां जाएगा। और जिम्मेदार कब तक कार्रवाई करने का आश्वासन देते रहेंगे और क्यों अवैध रूप से संचालित फर्जी मदरसे पर प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा। अहम सवाल तो यह है कि जहां सरकार शिक्षा के लिए लगातार प्रयास करके देश के नौनिहालों को शिक्षित करने में जुटी हुई है वही लगभग 200 बच्चों का भविष्य अधर में लाने के लिए चंद पैसों के लालच में जिम्मेदार जी जान से जुटे हुए हैं। जिले के जिला अल्पसंख्यक अधिकारी नें सरकार के गाइडलाइन का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ चुके हैं। अब मुख्य विकास अधिकारी बब्बन उपाध्याय जांच करा कर फर्जी तरीके से संचालित मदरसे को बंद कराने का आश्वासन दिया है। लेकिन सवाल यह बार-बार उठ रहा है कि आखिर कार्यवाही कब तक।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ