Type Here to Get Search Results !

Below Post Ad

Bottom Ad

BALRAMPUR...दो दिवसीय सेमिनार का समापन



अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित महारानी लाल कुवंरि स्नाकोत्तर महाविद्यालय में चल रहे दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी वैश्विक जलवायु परिवर्तन का कृषि पर प्रभाव; का समापन बुधवार को संपन्न हुआ। समापन समारोह में वक्ताओं ने विषय पर अपने अपने विचार व्यक्त किए।


4 दिसंबर को समापन समारोह का शुभारंभ कार्यक्रम अध्यक्ष महाविद्यालय प्राचार्य प्रो0 जे पी पाण्डेय, मुख्य अतिथि प्रो0 एम डी शुक्ल, प्रोफेसर पीके सिंह, आईक्यूएसी समन्वयक प्रोफेसर तबस्सुम फरखी, राष्ट्रीय संगोष्ठी के संयोजक एवं भूगोल विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर एस एन सिंह, एवं सहसंयोजक प्रोफेसर रेखा विश्वकर्मा, सेमिनार के आयोजन सचिव डॉक्टर अजहरुद्दीन, डॉ अनुज सिंह व डॉ आज़ाद प्रताप सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि करके किया । संगोष्ठी में उपस्थित शोधार्थियों को संबोधित करते हुए प्राचार्य प्रो0 पाण्डेय ने कहा कि कृषि पर जलवायु परिवर्तन के कई प्रभाव हैं, जिनमें से कई वैश्विक खाद्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए कृषि गतिविधियों को कठिन बना रहे हैं। बढ़ते तापमान और बदलते मौसम के पैटर्न के कारण अक्सर सूखे , गर्म हवाओं और बाढ़ से होने वाली पानी की कमी के कारण फसल की पैदावार कम होती है। उन्होंने कहा कि संगोष्ठी के आयोजन से शोध छात्रों को काफी लाभ प्राप्त होगा। मुख्य वक्ता डॉ राजन प्रताप सिंह असिस्टेंट प्रोफेसर सीड टेक्नोलॉजी विभाग का अंग वस्त्र और मोमेंटो देकर सम्मान किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में डॉ राजन प्रताप सिंह ने बदलते जलवायु परिवर्तन का उन्नतशील बीजों को संरक्षित एवं कम समय अवधि में अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए विषय पर बल दिया और कहा की जनसंख्या निरंतर गति से बढ़ रही है उनके भरण पोषण के लिए ऐसी उन्नत बीजों की अविष्कार करना होगा जो विषम परिस्थितियों में भी अच्छी पैदावार दे सके तथा अपने उन नवीन तकनीकियों को भी समझना होगा की जिससे जल और वायु प्रदूषण को काम किया जा सके। विभिन्न महाविद्यालय से आए हुए रिसर्च स्कॉलर श्री संदीप यादव ने अयोध्या जनपद में हो रहे जलवायु परिवर्तन का कृषि पर प्रभाव विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया, ओंकार तिवारी ने जलवायु परिवर्तन का तराई क्षेत्र की फसलों पर प्रभाव विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया, दिलीप चौरसिया ने जलवायु परिवर्तन से हो रहे किसानों की व्यथा को बताया , इसके अलावा कुमारी रोहिणी, मानसी तिवारी, साक्षी कसौधन, उमाकांत यादव, और सत्यम कुमार तिवारी आदि ने अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर जेपी पांडे ने मुख्य अतिथि डॉक्टर एम डी शुक्ला जी का अंग वस्त्र और मोमेंटो देकर स्वागत किया । संगोष्ठी में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। आयोजन सचिव डॉ अनुज सिंह ने सभी का स्वागत जबकि आयोजन सचिव डॉ अजहरुद्दीन ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। संचालन प्रतीची सिंह व धर्मवीर सिंह ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ । संगोष्ठी के सफल आयोजन में प्रतिची सिंह, डॉ धर्मवीर सिंह ,वालेंटियर लव कुश, सुदर्शन, साक्षी, नौशीन खान आदित्य कश्यप, आरजू खान सहित विभाग के श्याम नारायण सिंह, प्रियांशु शुक्ला व केशव राम का सराहनीय योगदान रहा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

Mega Grid

5/vgrid/खबरे