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पत्रकार निरंकार देव की पुण्यतिथि पर उठी तुलसीदास जन्म स्थली के सोध की मांग


समाज के दस लोगों का हुआ  सारस्वत सम्मान 
स्वतंत्रता संग्राम ग्रन्थ को प्रकाशित कराने की हुई पहल
शिवेश शुक्ला 
प्रतापगढ़ । जनपद के वरिष्ठ पत्रकार ,समाजसेवी स्वर्गीय ओम निरंकार देव के द्धितीय  पुण्यतिथि पर मीराभवन स्थित सेनानी कॉम्लेक्स में काव्य / विचार गोष्ठी का आयोजन सेवानृवित्त खंडविकास अधिकारी विधिदेव शुक्ल की अध्यक्षता व परशुराम उपाध्याय'सुमन' के संचालन में आयोजित हुआ। आयोजित समारोह में साहित्यकारों ने स्वर्गीय उपाध्याय द्वारा गोस्वामी तुलसीदास की जन्म स्थली प्रतापगढ़ के तुलसीपुर/राजापुर गाँव मे होने की प्रामाणिकता पर उनके उठाये गए सवाल पर शोधकर्ताओं से सोधकर इसे राष्ट्रीय पटल पर रखने की मांग की ।
साहियकारों ने कहा कि स्वर्गीय उपाध्याय ने रामचरितमानस की मूल भाषा प्रतापगढ़ के मूल अवधी भाषा में होने औऱ उनकी ससुराल पटखौली के रतनमई में होने तथा गोस्वामी जी के गुरु नरहरिदास की जन्म स्थली नरहरपुर होने व सूकरखेत के उल्लेख में बाराह क्षेत्र माँ बाराही देवी के आसपास होने सहित जो प्रमाण दिए हैं |
वह अकाट्य हैं और इस पर विद्वानों की कार्यशाला व सोध अवश्य होनी चाहिये । समारोह को सम्बोधित करते हुए सांसद संगमलाल गुप्ता ने कहा कि समाज के लिए कार्य करते हुए निरंकार जी का जीवन सदैव समर्पित रहा और एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार में जन्म लेने की झलक उनमें सदैव विद्यमान रहती थी।उन्होंने कहा कि निरंकार देव उपाध्याय द्वारा जनपद प्रतापगढ़ सहित आसपास के जनपदों के स्वतंत्रता संग्राम व विशेषकर अवध किसान आंदोलन को लेकर जो साहित्य लिपिबद्ध किया वह आने वाली पीठी के मन मे देशप्रेम की भावना को जाग्रत रखने के लिए मील का पत्थर साबित होगा ।

इस अवसर पर बोलते हुए पूर्व मंत्री प्रो शिवाकांत ओझा ने कहा कि पण्डित जी का पूरा का पूरा जीवन गांधी दर्शन को समर्पित रहा और उनकी कृतियों और लेखन को जनमानस तक सहज रूप से उपलब्ध कराने के सकारात्मक प्रयास जरूर किये जाने चाहिए । इस मौके पर धर्माचार्य पंडित ओम प्रकाश पाण्डेय अनिरुद्ध रामानुज दास ने भी स्वर्गीय उपाध्याय के जीवन संस्मरणों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उनके कृतियों को आगे बढाने की मांग की ।इस अवसर पर बोलते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता शिवप्रकाश सेनानी ने कहा कि स्वर्गीय उपाध्याय एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों की संरक्षक की भूमिका में सदैव अग्रसर रहते थे उनके विचारों ,कृतियों और सोधों को आगे बढाने के लिए चन्द्रदत्त सेनानी न्यास सदैव ततपर रहेगा ।
इस अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए कपड़ा बैंक चलाने वाले आलोक सिंह,ब्यवसाई श्रीकिशोर अग्रवाल,साहित्यकार दयाशंकर शुक्ल 'हेम', संगमलाल त्रिपाठी भंवर,दयाराम मौर्य 'रत्न' ,स्वच्छता के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक सहायक रहे राकेश सरोज,प्राचार्य पीबीपीजी डॉ ब्रिजे भान सिंह,साकेत डिग्री कालेज के संस्थापक अरविंद श्रीवास्तव,सत्येंद्र मिश्र मृदुल व प्रशानिक क्षेत्र से उपजिलाधिकारी विनीत उपाध्याय का अंगवस्त्रम देकर सारस्वत सम्मान भी किया गया ।
समारोह में सुनील प्रभाकर ,प्रकाश त्रिपाठी, गौरव त्रिपाठी,अनूप अनुपम,भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश त्रिपाठी, भाजपा उपाध्यक्ष ई.भूपेश त्रिपाठी,ब्यापार मण्डल के अध्यक्ष राजेंद्र केसरवानी,राकेश शुक्ला,अनिल तिवारी, मनोज उपाध्याय, बृजमोहन, चिंतामणि पाण्डेय,अरविंद शुक्ला ,धीरज उपाध्याय,रोशनलाल उमरवैश्य, बृजेंद्र उपाध्याय, डॉ इसरार, अखिलेश सिंह ,कामेश्वर उपाध्याय ,शिवेश शुक्ल ,रमेश बहादुर सिंह ,अतुल सिंह ,शिव बहादुर ,धीरज सहित आदि ने अपने विचार/रचनाएं पढ़ते हुए स्वर्गीय ओम निरंकार देव उपाध्याय के ब्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला । समारोह की आभार डीजीसी ग्राम सभा विवेक उपाध्याय द्वारा ब्यक्त किया गया । इस अवसर पर जरूरत मन्दो को कम्बल वितरण भी किया गया । कार्यक्रम के अंत में आए हुए अतिथियों व कवियों साहित्यकारों के प्रति ग्राम सभा डीजीसी विवेक उपाध्याय ने आभार व्यक्त किया |

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