दिसंबर ने जनवरी को समझाया,
जैसे मैं पुराना गया तो नया तू आया।
वैसे ही जब तू जाएगा तो फरवरी आएगा,
सबकी अपनी किस्मत कोई नहीं टिक पायेगा।
अब तू नया होने से इतरा मत,
थोड़े ही दिन मिलेगा तुझे सुख।
ठंड बढ़ते ही तेरे जाने का होगा इंतजार,
लोग करेंगे फिर फरवरी से दुलार।
फरवरी में वेलेंटाइन डे जो आएगा,
जो प्रेमी-प्रेमिकाओं का मिलन करवाएगा।
इसी तरह मदमाता मार्च जब आएगा,
फाल्गुन के रंग होली संग लाएगा।
बस यही समझाना था तुझको,
ज्यादा नहीं कुछ बोलना मुझको।
पुराने का टाइम जब पूरा होता है,
नया भी पुराना जरूर होता है।
कवयित्री
ममता गर्ग
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