मुख्यमंत्री, डीजीपी व प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया में पहुंचेगा मामला
ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। दो दिन पूर्व खोड़ारे थाना क्षेत्र में दलित से गैंगरेप प्रकरण की ख़बर कवरेज करने वाले पत्रकार ने खोड़ारे कोतवाल प्रमोद कुमार सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि समाचार से बौखलाए कोतवाल ने रात आठ बजे अपने आधा दर्जन सहयोगियों के साथ घर पर आ धमके और उसे थाने ले गये जहां धमकी देते हुए कहा कि थाना क्षेत्र में पत्रकारिता मुझसे पूछ कर करो, नहीं तो गुंडा बनाने के साथ गैंगेस्टर बनाकर जिंदगी खराब कर दूंगा।
अपनी आपबीती बताते हुए लखनऊ से प्रकाशित एक दैनिक अखबार के पत्रकार अभिषेक तिवारी ने यहां मीडिया को बताया कि 26 सितंबर की शाम दलित पीड़िता अपने पिता के साथ उसके पास आई थी, जिसने अपने साथ गैंगरेप की घटना की बाइट दी। पत्रकार अभिषेक तिवारी को अपने साथ लाए प्रार्थना पत्र की प्रति भी दी, जिस पर अभिषेक द्वारा समाचार प्रकाशित किया गया। पत्रकार के मुताबिक जैसे ही इसकी सूचना थानेदार प्रमोद सिंह को मिली, वह आठ बजे रात पत्रकार के घर जा धमका और उसे बात करने के लिए बाहर निकाला। जैसे ही पत्रकार बाहर निकला, वैसे उन्होंने उस पर अपशब्दों की बौछार शुरू कर दी और उसे थाने उठा ले गया। आरोप है कि कोतवाल ने पत्रकार को धमकाते हुए कहा कि बहुत बड़े पत्रकार बन गये हो....? सारी पत्रकारिता निकाल दूंगा। गुंडा, गैंगेस्टर एक्ट लगाकर जिंदगी तबाह कर दूंगा।
वैसे, कोतवाल की दादागीरी का यह मामला अब मुख्यमंत्री, डीजीपी के साथ ही प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया में भी दस्तक देने जा रहा है। इस संबंध में सोमवार को रणनीति तय की जाएगी और उसी दिन सारे साक्ष्यों व सबूतों के साथ शिकायत का पुलिंदा भेजा जाएगा। माना जा रहा है कि प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया में पत्रकार उत्पीड़न का मामला पहुंचने के बाद कोतवाल प्रमोद कुमार सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
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