देर शाम तक तेंदुआ रहा वन विभाग की पकड़ से दूर ,आस पास के ग्रामीणों छाया रहा दहसत का माहौल
राजकुमार शर्मा
बहराईच :-जनपद बहराईच के थाना क्षेत्र रुपईडीहा अंतर्गत प्रह्लाद गांव निवासी 30 वर्षीय तिलकराम पुत्र चेतराम वर्मा गांव के दक्षिण -पूर्व के बीच कोनहट पर स्थित अपने खेत में घास - फुस निकालने व बरसिन काटने के लिए आया था ।
इसी दौरान खेत मे पहले से ही छिपे हुए तेंदुए ने उस पर आक्रामक हमला कर दिया। जिससे नवयुवक किसान किसी तरह अपनी जान बचाकर दूसरी तरफ भाग कर शोर मचाया।हल्ला गिर्द सुन आस पास के किसान भी इकट्ठा हो गए।जिससे तेंदुआ युवक को छोड़ पास के सरसो के खेत मे जाकर छिप गया।ग्रामीणों ने इसकी सूचना पर वन रेंज रुपईडीहा को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुँचे रुपईडीहा रेंज अधिकारी अनूप बाजपेयी अपनी टीम वन दरोगा विनय राणा , वन रक्षक हरिओम गौतम ,वन दरोगा मोहम्मद अरशद ,वन दरोगा हैदर अली, व फॉरेस्ट गार्ड ब्रह्मदेव के साथ मौके पर पहुँचे और चारो ओर ग्रामीणों के सहयोग से घेरा बंदी करना शुरु कर दिया है। इस दौरान आस पास के कई गांव पटना ,गुलमा गांव, थनाई गांव ,अधीन गांव ,बस्ती गांव, सहित कई गाओ के ग्रामीणों ने चारों तरफ से खेत की घेरा बंदी कर ली। तेंदुआ सरशो की खेत मे ही देर शाम तक छिपा रहा ।
क्षेत्रीय वन अधिकारी ने खेत मे बने तेंदुए के पग चिन्हो को बारीकी से देखा और पहचाना ।जिससे आधार मानकर सरशो के खेत मे तेंदुए के छिपे होने की उन्होंने पुष्टि की साथ ही मौके पर मौजूद ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील भी किया ।वही दूसरी ओर तेंदुए आने की सूचना पाकर कोतवाल रुपईडीहा अशोक कुमार सिंह व क्राइम ब्राँच इंस्पेक्टर रुपईडीहा अमित तिवारी भी अपने समस्त दल बल के साथ मौके पर पहुँचे।देर शाम तक पुलिस व वन दोनों विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर तैनात रहे ।किसी प्रकार खेत मे तेंदुए की आहट न मिलने पर वन विभाग द्वारा ड्रोन कैमरा भी मंगवाया गया। ड्रोन कैमरे की सहायता से दोनों विभाग के अधिकारियों ने तेंदुए को खेत मे चहल पगमी करते हुए देखा । जिसके बाद वन विभाग द्वारा तेंदुए को पकड़ने की तैयारी शुरू की गई । वनक्षेत्राधिकारी ने विभाग द्वारा जाल व पिंजरा मंगवाया और खेत के चारो ओर घेरा बंदी कर दी। खेत के चारो ओर खुला होने के कारण तेंदुआ को पकड़ना टेड़ी खीर साबित हुआ। ग्रामीणों ने भी तेंदुए को चहल कदमी के लिए लुक्का भी जलाया लेकिन इसका कोई असर नही दिखा। खबर लिखे जाने तक तेंदुआ पकड़ से दूर रहा। वही आस पास के ग्रामीणों में दहसत का माहौल बना रहा। आपको बता दे इससे पहले भी बाबागंज क्षेत्र में लछमनपुर गांव के पास कहि से तेंदुआ आया था जिसने कई क्षेत्रीय लोगो को घायल कर दिया था । तत्कालीन तैनात वनक्षेत्राधिकारी भी तेंदुए को पकड़ने के चक्कर मे गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे।कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुआ पिंजड़े में कैद हो पाया था। वही नजारा फिर एक बार बाबागंज के दूसरी छोर पर स्थित प्रह्लाद गांव में आज देखने को मिला। इस दौरान भी तेंदुआ कैद से अभी तक बाहर है।
इसी दौरान खेत मे पहले से ही छिपे हुए तेंदुए ने उस पर आक्रामक हमला कर दिया। जिससे नवयुवक किसान किसी तरह अपनी जान बचाकर दूसरी तरफ भाग कर शोर मचाया।हल्ला गिर्द सुन आस पास के किसान भी इकट्ठा हो गए।जिससे तेंदुआ युवक को छोड़ पास के सरसो के खेत मे जाकर छिप गया।ग्रामीणों ने इसकी सूचना पर वन रेंज रुपईडीहा को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुँचे रुपईडीहा रेंज अधिकारी अनूप बाजपेयी अपनी टीम वन दरोगा विनय राणा , वन रक्षक हरिओम गौतम ,वन दरोगा मोहम्मद अरशद ,वन दरोगा हैदर अली, व फॉरेस्ट गार्ड ब्रह्मदेव के साथ मौके पर पहुँचे और चारो ओर ग्रामीणों के सहयोग से घेरा बंदी करना शुरु कर दिया है। इस दौरान आस पास के कई गांव पटना ,गुलमा गांव, थनाई गांव ,अधीन गांव ,बस्ती गांव, सहित कई गाओ के ग्रामीणों ने चारों तरफ से खेत की घेरा बंदी कर ली। तेंदुआ सरशो की खेत मे ही देर शाम तक छिपा रहा ।
क्षेत्रीय वन अधिकारी ने खेत मे बने तेंदुए के पग चिन्हो को बारीकी से देखा और पहचाना ।जिससे आधार मानकर सरशो के खेत मे तेंदुए के छिपे होने की उन्होंने पुष्टि की साथ ही मौके पर मौजूद ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील भी किया ।वही दूसरी ओर तेंदुए आने की सूचना पाकर कोतवाल रुपईडीहा अशोक कुमार सिंह व क्राइम ब्राँच इंस्पेक्टर रुपईडीहा अमित तिवारी भी अपने समस्त दल बल के साथ मौके पर पहुँचे।देर शाम तक पुलिस व वन दोनों विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर तैनात रहे ।किसी प्रकार खेत मे तेंदुए की आहट न मिलने पर वन विभाग द्वारा ड्रोन कैमरा भी मंगवाया गया। ड्रोन कैमरे की सहायता से दोनों विभाग के अधिकारियों ने तेंदुए को खेत मे चहल पगमी करते हुए देखा । जिसके बाद वन विभाग द्वारा तेंदुए को पकड़ने की तैयारी शुरू की गई । वनक्षेत्राधिकारी ने विभाग द्वारा जाल व पिंजरा मंगवाया और खेत के चारो ओर घेरा बंदी कर दी। खेत के चारो ओर खुला होने के कारण तेंदुआ को पकड़ना टेड़ी खीर साबित हुआ। ग्रामीणों ने भी तेंदुए को चहल कदमी के लिए लुक्का भी जलाया लेकिन इसका कोई असर नही दिखा। खबर लिखे जाने तक तेंदुआ पकड़ से दूर रहा। वही आस पास के ग्रामीणों में दहसत का माहौल बना रहा। आपको बता दे इससे पहले भी बाबागंज क्षेत्र में लछमनपुर गांव के पास कहि से तेंदुआ आया था जिसने कई क्षेत्रीय लोगो को घायल कर दिया था । तत्कालीन तैनात वनक्षेत्राधिकारी भी तेंदुए को पकड़ने के चक्कर मे गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे।कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुआ पिंजड़े में कैद हो पाया था। वही नजारा फिर एक बार बाबागंज के दूसरी छोर पर स्थित प्रह्लाद गांव में आज देखने को मिला। इस दौरान भी तेंदुआ कैद से अभी तक बाहर है।
जब इस सम्बंध में वनक्षेत्राधिकारी रुपईडीहा अनूप बाजपेई से इसकलुसिव बातचीत कर जानकारी ली तो उन्होंने जानकारी दिया की तेंदुआ कहि जंगल से शिकार की फिराक में भटकत्ते हुए यहाँ आ पहुँचा है। पग चिन्हों व ड्रोन कमरे में जो देखा गया उसकी सहायता से उसकी उम्र लगभग दो वर्ष है। अभी वह शावक है। इससे इसके साथ अन्य भी शावक व उसके माँ के कहि होने से नकारा भी नही जा सकता है। फिलहाल इसे कैद करने के लिए उच्चस्तरीय विभागीय आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। जाल व पिंजरा मंगवाया गया है।तथा आगे भी इसे कैद करने में जो भी आवश्यक वस्तुए आवस्यकता पड़ेगी उसे मंगवाकर जल्दी ही तेंदुए को पिंजरे में कैद कर लिया जाएगा।तब तक आस पास के लोगो से मेरा अपील है कि वो सतर्क रहें किसी प्रकार कोई दिक्कत हो हमे तुरंत सूचना पहुँचावे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ