अनेको जगह पेड़ और घर गिरे, बिजली आपूर्ति बाधित
आलोक कुमार बर्नवाल
सन्तकबीरनगर। बंगाल की खाड़ी में आये चक्रवात तूफान यास ने शुक्रवार को दूसरे दिन भी पूरे जिला में अपना असर दिखाया। गुरुवार को अल सुबह से शुरू हुई बारिश शुक्रवार को भी देर शाम तक रुक-रुक कर होती रही। कभी तेज तो कभी हल्की बारिश होती रही। आसमान भी बादलों से दिनभर ढंका रहा। सुबह से हवा भी चलती रही। शाम तक हवा भी तेज होती चली गई। बारिश और हवा से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया। बाजारों में भी इसका असर रहा। इस दौरान कहीं-कहीं पेड़ भी गिरे हैं। सांथा, धनघटा समेत कई इलाकों में चक्रवात के कारण बिजली आपूर्ति घंटों ठप रही।
लगातार बारिश से तापमान गिरा
जिले में लगातार बारिश होने से तापमान में गिरावट महसूस किया गया। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री और न्यूनतम 19 डिग्री रेकार्ड किया गया। मई महीने में ही बारिश ने ठंड का अहसास करा दिया। लोग रैनकोट, छाता लेकर घर से बाहर निकले। फुटपाथ दुकान खुले रहे। जहां लोग बैठकर लोग चाय की चुस्की का आनंद लेते नजर आए।
बचाव को लेकर जिला स्तर पर की गई तैयारियां
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि चक्रवाती तूफान से बचाव को लेकर सभी बीडीओ, सीओ को अलर्ट कर दिया गया है। लगातार बारिश, आंधी तूफान से पेड़ के गिरने और घर ध्वस्त् होने की संभावना रहती है। ऐसे में लोगों को समय पर राहत मिले यह जरुरी है। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका है। बिजली विभाग को हाई अलर्ट पर रखा गया है। बिजली का तार टूटने से जान माल की क्षति न हो इस पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा अस्पताल में सुचारु ढंग से विद्युत की आपूर्ति करने अस्पताल प्रबंधक को जेनरेटर की व्यवस्था रखने का निर्देश दिया गया है। ताकि विद्युत आधारित यंत्र निर्बाध चलता रहे। जिला और प्रखंडों में आवश्यकतानुसार राहत सामग्री का पैकिग किया जा चुका है। बताया कि अब तक कहीं से जान-माल की क्षति की सूचना नहीं है।
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