सुनील उपाध्याय
बस्ती :बरसात के बाद होने वाली मौसमी बीमारियों पर शिकंजा कसने के लिये निगरानी समितियों ने स्वच्छता को लेकर पूरी ताकत झोंक दी है। योगी सरकार का दावा है कि कोरोना की दूसरी लहर पर जीत हासिल करने में निगरानी समितियां बड़ा हथियार साबित हुई हैं। उनके माध्यम से राज्य सरकार 17.25 करोड़ लोगों तक पहुंच चुकी है।सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस उपलब्धि को देखते हुए एक बार फिर से 63 हजार, 148 निगरानी समितियों के 04 लाख से अधिक सदस्यों को गांव और शहरी निकायों में गली-कूचों तक सफाई का कार्य तेजी से कराने की देखरेख में लगाया गया है।उन्होंने बताया कि 'स्वच्छ भारत से स्वस्थ भारत' की परिकल्पना को साकार करने में जुटी योगी सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर पर अन्य प्रदेशों से पहले जीत हासिल की है। अब तीसरी लहर की सम्भावना को देखते हुए उसने तैयारियां पूरी कर ली है। इसके लिये गांव-गांव और शहरों में विशेष सफाई अभियान शुरू किये हैं।बताया कि सरकार की ओर से प्रदेश में शनिवार और रविवार को विशेष सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं। ग्राम पंचायतों में सफाई पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके लिये प्रदेश के कुल 58,189 ग्राम पंचायतों और 97,499 राजस्व ग्रामों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। 52,916 सफाईकर्मी इस कार्य में जुटे हैं।उप्र में पिछले एक दिन में 31,156 राजस्व ग्रामों में सफाई हुई। 15,396 राजस्व गांवों में सेनेटाइजेशन और 4,787 में फॉगिंग की गए। प्रदेश के सभी नगर निगमों, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों में कुल 12,016 मोहल्ला निगरानी समितियों के 64,175 सदस्य स्वच्छता अभियानों में जुटे हैं। उनकी देखरेख में नगरीय निकायों में कुल 1378 बड़े नालों, 5219 मझोले नाले और 12,410 छोटे नालों की सफाई का काम पूरा कर लिया गया है। मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिये लगातार सेनेटाइजेशन और फॉगिंग कराई जा रही है।प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में बीमारियों से बचाव के लिये स्वच्छता अभियान में जुटे 86,770 फ्रंट लाइन वर्कर्स व अन्य अधिकारी व कर्मचारियों को कोरोना से बचाव के लिये टीकाकरण की पहली डोज लग चुकी है। जबकि 66,190 सफाई श्रमिकों को दूसरी डोज दी गई है। 26,399 अन्य निकाय कार्मिकों को प्रथम डोज व 20,991 कार्मिकों को दूसरी डोज का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। राज्य सरकार के निर्देश पर सभी स्थानीय निकायों में सफाई कर्मचारियों एवं फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिये ग्लब्स, मास्क और सेनेटाईजर भी दिये जा रहे हैं।प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना के खिलाफ योगी सरकार के 'ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट' रणनीति को मजबूती देने में निगरानी समितियों ने बड़ा योगदान दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बीमारी को रोकने के लिये प्रदेश में निगरानी समितियों का गठन किया गया। समितियों से जुड़े चार लाख से अधिक सदस्यों ने घर-घर दस्तक देकर न सिर्फ लोगों को जागरूक करने का काम किया बल्कि कोरोना के लक्षण वाले मरीजों को मेडिकल किट भी उपलब्ध कराई। इतनी बड़ी संख्या में निगरानी समितियों की तैनाती करने वाला यूपी देश का पहला राज्य बना। समिति के सदस्यों को प्रत्येक व्यक्ति में बीमारी के लक्षणों की पहचान होगा ।
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