आरटीआई के तहत सूचना मांगने वाले को नहीं दे पा रहे सूचनाएं
कमलेश जायसवाल
जनपद खीरी के ब्लॉक ईसानगर में ड्राई राशन योजना में हो रहे भ्रस्टाचार की पोल खुलते देख सीडीपीओ भी बगले झांकने लगे है। वहीं ड्राई राशन समेत हाट कुक योजना में हुए जमकर भ्रस्टाचार की पोल खोलने के लिए जन सूचना अधिकार के तहत मांगी गई सूचना के बाद सीपीडीओ समेत आंगनबाड़ी कार्यकत्री असमंजस में पड़ जबाब देने में आनाकानी करने लगी है।
जिससे यह प्रतीक होने लगा है कि इस विभाग में चल रही योजनाएं किस कदर भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ी हुई है।
क्षेत्र में ड्राई राशन वितरण योजना में व्याप्त भ्रस्टाचार देख ग्राम पंचायत ख़नवापुर निवासी रामबीर सिंह ने आरटीआई के तहत बाल विकास परियोजना अधिकारी ईसानगर से 26 जुलाई को सूचना माँगी थी।
जिसकी जानकारी होने के बाद गांव की ही आंगनबाड़ी सत्यवती व उनके पति रामलखन समेत तत्कालीन सीडीपीओ ईसानगर ने सूचना देने के एवज में 2932 रुपये जमा करने का पत्र जारी किया था।
जो रुपये रामबीर सिंह के द्वारा करीब एक माह पहले विभाग के जमा कर दिए गए थे। बावजूद आजतक उनको सूचनाओं की प्रतियां उपलब्ध नहीं करवाई जा सकी। इसकी पड़ताल करते हुए जब रामबीर सिंह ने वर्तमान सीडीपीओ से बात की तो उन्होंने आँगनबाड़ी से बात कर असन्तुष्ट होकर 18 अक्टूबर को आंगनबाड़ी के खिलाफ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के अंदर सूचनाएं उपलब्ध करवाने के आदेश दिए बावजूद आजतक आंगनबाड़ी समेत बाल विकास परियोजना अधिकारी ईसानगर ने आरटीआई कार्यकर्ता को सूचनाएं नहीं दे सके।
इससे अब यह स्पष्ट होने लगा है कि इस विभाग में ड्राई राशन वितरण योजना समेत अन्य योजनाओं में किस कदर भ्रस्टाचार हुआ है। इस दौरान रामबीर ने बताया कि कुछ दिन पहले आंगनबाड़ी व सीडीपीओ के द्वारा उस पर सूचनाएं न लेने के लिए स्वयं सहित कई लोगों से दबाव भी बनाने का प्रयास किया था।
अब विभाग द्वारा बताए गए धन को जमा करने के बाद भी सूचनाएं नहीं मिल पा रही है।यह आश्चर्यजनक है।
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