एक दूसरे पर दोषारोपण कर अपना दामन बचा रहे अधिकारी
कमलेश जायसवाल
ईसानगर खीरी।प्रदेश भर में विद्युत कर्मचारियों की चल रही हड़ताल से धौरहरा क्षेत्र में भी बिजली व्यवस्था चरमरा गई है।
कर्मचारियों द्वारा कई जगह फॉल्ट सही न करने से बन्द हुई बिजली सप्लाई से अधिकतर गांवों में दूसरे दिन भी ब्लैक आउट जारी रहा। जिनको दुरुस्त करने वाला कोई नहीं है।
इससे आमजन मानस की परेशानी बढ़ने लगी है। लोग अंधरे में रहकर रात बिताने को मजबूर है वहीं जिम्मेदार जेई दो-दो पावर हाउस की जिम्मेदारी लेकर जारी ब्लैक आउट को दूर नहीं कर पा रहे है।
संविदा बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से धौरहरा पॉवर हाउस के ऐरा फ़ीडर समेत अन्य लाइनों पर अधिकतर गांवों में शनिवार को दूसरे दिन भी बिजली सप्लाई बाधित रही जिसके चलते आमजनमानस की परेशानियां बढ़ने लगी है। लोग अंधरे में रातें गुजारने को मजबूर है।
यही नही इस दौरान अल्लीपुर,समर्दा, बसहिया समेत दर्जनों गांवों के
उपभोक्ताओं ने बताया कि विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल शुरू होने से दो दिनों से अंधेरे में रहना पड़ रहा है,सरकार केरोसीन भी नहीं दे रही है जिससे अंधेरा दूर हो सके।
साथ ही कुछ लोगों ने यह भी बताया कि शनिवार को रात होने से पहले ही भोजन की व्यवस्था कर ली गई जिससे रात में दिक्कत न हो। वहीं इस बाबत दो-दो पॉवर हाउस की जिम्मेदारी लिए जेई जय कुमार भी संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के बाद से विवश नजर आ रहे है।
इक्का दुक्का लाइन पर सप्लाई देकर अन्य सभी गांवों कस्बों में फैली लाइन की फाल्ट को वह भी सही करवा पाने में मजबूर है। इससे विद्युत लाइन ठीक नहीं हो पा रही है। जिससे दर्जनों गांवों की विद्युत आपूर्ति अस्त-व्यस्त हो गई है,तथा कुछ गांवों में पेयजल आपूर्ति भी बंद पड़ी है।
ग्रामीणों सहित पशुपालक,अस्पताल में मरीज समेत आमजन परेशान है। इस दौरान क्षेत्र के माता प्रसाद,विशम्भर,दिनेश,मनोज,सूरज,रहीश आदि ने बताया कि विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल के चलते विद्युतापूर्ति अस्त-व्यस्त पड़ी है। पॉवर हाउस में भी जवाब देने वाला कोई नहीं है।
ऐरा फ़ीडर की
लम्बी लाइन जी का जंजाल बनी हुई है, लम्बी लाइन होने से इस लाइन पर दर्जनों गांवों में विद्युतापूर्ति के दौरान छोटा फॉल्ट आते ही आपूर्ति ठप हो जाती है। जो फॉल्ट ठीक होने के बाद ही विद्युतापूर्ति चालू हो पाती है।
ऐसे में कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से अब फॉल्ट निकलना मुश्किल हो रहा है। जेई जय कुमार इस लाइन पर अस्थाई व्यवस्था भी नहीं करवा पा रहे है, जिससे गांवों में विद्युत आपूर्ति बहाल हो सके।
इस बाबत जेई जय कुमार ने बताया कि धौरहरा बेल्तुआ, धौरहरा नगर में कुल 60 संविदा कर्मचारी तैनात थे जो सभी हड़ताल पर हैं, ऐरा फ़ीडर पर फाल्ट सही कौन करें। इस फाल्ट को सही करने के लिए कोई भी कर्मचारी विभाग के पास नही है।
इस लिए जबतक कर्मचारियों की व्यवस्था नहीं हो जाती तबतक हालात ऐसे ही बने रहेगे। वहीं संविदा कर्मचारियों के ठेकेदार मूलचंद ने बताया कि कर्मचारियों को हड़ताल नहीं करनी चाहिए उन्हें तत्काल वापस आकर कार्य पर लग जाना ही सही है। पर जब यह नहीं मानें तो उनकी जगह पर दूसरे कर्मचारियों को रखने के लिए प्रदेश स्तर पर पत्र भेजा गया है। तबतक जिन जगहों पर बिजली सप्लाई नहीं हो पा रही है उसके लिए जेई की भी कुछ जिम्मेदारी बनती है।
वहीं इन दोनों से विरक्त संविदा कर्मचारियों की सोंच अलग ही दिखी। कुछ संविदा कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हम लोग अब सरकार से आर पार की लड़ाई लड़ेंगें। ठेकेदार जो हम लोंगो के विरोध में शासन को नए कर्मचारी रखने का पत्र जारी कर रहे है तो अब बिजली सप्लाई ठेकेदार ही शुरू करेंगे।
फ़िलहाल कुछ भी हो इन हड़ताली कर्मचारियों की वजह से यह भी स्पष्ट हो गया है कि पॉवर हाउस व क्षेत्रों में सरकार जेई के अलावा ऐसी कोई व्यवस्था नहीं कर पाई है जिससे आमजनमानस को जारी ब्लैक आउट से निज़ात मिल सके।
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