आर के गिरी
गोण्डा: देश की सबसे बड़ी सरयू नहर परियोजना का शुभारंभ 1971- 72 में किया गया था। तब से तमाम सरकारें आई और चली गई। लेकिन परियोजना पूरी नहीं हुई।
वर्ष 2014 में जब देश के प्रधानमंत्री मोदी बने, तो सिंचाई विभाग के 99 परियोजनाओं की समीक्षा की गई। जिसमें पाया गया कि भारत की सबसे बड़ी परियोजना अधूरी है।
यह बात जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से प्रेस वार्ता करते हुए कहा।
उन्होंने कहा कि जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार से इस परियोजना को पूरी करने के लिए कहा तब इस पर 9 हजार 8 सौ 2 करोड़ खर्च करने की सहमत बनी।
जनवरी 2018 से युद्ध स्तर पर काम चला कर इसे पूरा किया गया। परियोजना पूर्ण होने से गोंडा बहराइच श्रावस्ती बलरामपुर महाराजगंज सहित 9 जिले की साढ़े चौदह लाख भूमि स्थित सिंचित होगी।
जिसका सीधा फायदा 30 लाख किसानों को मिलेगा। घाघरा सरयू बाणगंगा राप्ती सहित पांच नदियां इससे जुड़ी हैं। लखीमपुर से शुरू होकर महाराजगंज तक करीब साढ़े 3सौ किलोमीटर बड़ी नहर तथा 66सौ किलोमीटर ब्रांच के निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं।
आगामी 11 दिसंबर को देवीपाटन मंडल के बलरामपुर जनपद के हरिहरि गंज में प्रधानमंत्री मोदी इस बड़ी परियोजना को जनता जनार्दन को समर्पित करेंगे।
पत्रकारों के एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा उनको किसान का मतलब ही नहीं पता है। राहुल गांधी के सामने धान गेहूं ज्वार मक्का रख दीजिए तो वह उसका पहचान नहीं कर पाएंगे।
गन्ना किसानों का भुगतान अधूरी पड़ी नहर की ब्रांच जैसे तमाम सवालों से मंत्री बचते नजर आए।
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