वेद व्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़: चुनाव में प्रत्याशियों का पर्चा दाखिला करना और वापस लेना कोई नई बात नहीं है।
एक ऐसा मामला सदर विधानसभा में आया है जहां भाजपा नेता राजा अनिल प्रताप सिंह ने बीते 8 फरवरी को सदर विधानसभा से नामांकन पत्र दाखिल किया था।
लेकिन भाजपा ने सदर सीट से राजेंद्र मौर्य को प्रत्याशी बनाया गया इस पर राजा अनिल प्रताप सिंह ने नाराजगी जाहिर की थी और उन्होंने अफीम कोठी पहुंच कर दो नामांकन पत्र दाखिल किया था।
एक भाजपा पार्टी के नाम से और दूसरा निर्दलीय के रूप में किया था।दूसरे दिन 9 फरवरी को नामांकन पत्र जांच के उपरांत उनका एक पर्चा जो भाजपा पार्टी के नाम से किया गया था।
वह अवैध करार दिया गया था चुनाव अधिकारियों की तरफ से वही दूसरा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जो दाखिल किया गया था उसे वैध करार दिया गया था।
इसके बाद सदर विधानसभा में राजनीतिक हलचल तेज होती नजर आ रही थी।आज जब सभी पार्टियों को सिंबल दिया जाना था ।
तब राजा अनिल प्रताप सिंह ने भाजपा जिला अध्यक्ष हरिओम मिश्रा के साथ अफीम कोठी पहुंचकर उन्होंने अपना पर्चा वापस ले लिया।
राजा अनिल प्रताप सिंह मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि हमने अपना नामांकन पत्र वापस कर लिया हैऔर उन्होंने बताया कि उन्हें पार्टी नेतृत्व से आश्वासन मिला था इसलिए उन्होंने 8 फरवरी को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। लेकिन पार्टी नेतृत्व के समझाने और कार्यकर्ताओं के कहने पर उन्होंने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया है और कहा कि वह पार्टी का प्रचार-प्रसार करेंगे और यहां से सदर विधानसभा से भाजपा को जीत दिलाकर भेजेंगे और यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ का हाथ यूपी में मजबूत करेंगे। उन्होंने बताया कि वह भाजपा पार्टी का प्रचार प्रसार जोर शोर से करेंगे और 2022 में भाजपा की सरकार पुनः बनवाने तथा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे।
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