गोंडा:मनकापुर बाजार में चल रही श्रीमद्भागवत कथा पुराण में कथा व्यास दीदी कृष्णप्रिया ने कहा- कि हिंदू समाज में गौ माता का जो स्थान है, वह किसी का नहीं है।
गौ माता के पूरे शरीर में ईश्वर का वास होता है, वह पूजनीय है, मनुष्य को उवारने से लेकर सुगम जीवन बनाने के लिए गौ माता की पूजा की जाती है।
गौमाता मानव को भव पार कराती है। गौमाता की जितनी व्याख्या की जाए कम है, किंतु आज लोग गौ माता की सेवा से दूर भागते हैं, जबकि गौ पालने वालों को हमेशा सुख मिलता है।
उनका कभी अनिष्ट नहीं होता। यह प्रसंग भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला के दौरान सुनाया गया। जब भगवान ने गौ रक्षा का संकल्प लिया था।
मनकापुर के उतरौला रोड पर कथा व्यास पंडित हरी लाल शास्त्री ने रुक्मणी हरण विवाह तथा सुदामा चरित्र की कथा से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।
इस दौरान विवाह की सुंदर झांकी निकाली गई। दर्शकों की अपार भीड़ रही।
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