रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। तीसरी औलाद बेटा पाने का सपना देखने वाले एक युवक ने उस समय फांसी के फंदे से लटककर अपनी जान दे दी जब उसकी पत्नी प्रसव पीड़ा से कराहते हुए बेटी को जन्म दिया।
उस नन्हीं सी जान को क्या पता था कि उसके जन्म लेते ही उसके सर से पिता का साया उठ जाएगा।
तीसरी बेटी के जन्म लेते ही पिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया।
कोतवाली करनैलगंज अंतर्गत ग्राम बसेरिया के मजरा पंडित पुरवा निवासी सनोज कुमार (35) ने शुक्रवार को दोपहर बाद ग्राम लालेमऊ के पंडित पुरवा के समीप बाग में लगे जामुन के वृक्ष से मफलर के सहारे फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर लिया।
ग्रामीणों के अनुसार सनोज कुमार के लगातार दो पुत्रियां पैदा हुई। तीसरी औलाद को वह पुत्र के रूप में पाने की आस लगाये बैठा था।
मगर ईश्वर को शायद यह मंजूर नही था, उसकी पत्नी ने तीसरी औलाद को भी पुत्री के रूप में जन्म दिया। जिससे सनोज कुमार का सपना चकनाचूर हो गया, और उसने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
चचरी पुलिस चौकी प्रभारी बृजेश गुप्ता ने बताया कि समय से सूचना न मिलने के कारण पोस्टमार्टम नही कराया जा सका।
ग्रामीणों ने पंचनामा भरकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया है।उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के अनुसार सनोज कुमार के दो पुत्रियां पहले से हैं।
वह तीसरी औलाद को पुत्र के रूप में पाने की आस लगाये बैठा था। मगर उसके सोंच पर पानी फिर गया, और तीसरी पुत्री के जन्म लेने पर उसने फांसी लगा लिया।
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