सुनील उपाध्याय
बस्ती जनपद के कप्तानगंज क्षेत्र के हाइवे पर ही स्थित का ककुआ रावत गांव में ग्रामीणों के सहयोग से बना माता अष्टभुजी देवी का मंदिर पौराणिक मान्यताओं को लेकर सदैव चर्चे में रहता है।
यहां श्रद्धालु सच्चे मन से अपनी मुराद लेकर आता है और माता रानी जल्द ही उसे पूर्ण करती है, ग्रामीणों की माने तो इस मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत क्षेत्र से आए हुए लोग पूजा अर्चना करने लगे एवं लोगों ने अपने न पूर्ण होने वाले कार्य की मनोकामना माता अष्टभुजी के सामने रखी तो समय अंतराल माता रानी ने उसे पूर्ण किया है।
इस मंदिर पर सोमवार व शुक्रवार के दिन क्षेत्र के लोगों सहित दूरदराज के लोग मां अष्टभुजी के दर्शन करने आते हैं।
स्थानीय लोगों की मानें तो क्षेत्र के साथ अन्य जनपदों के लोग ही मान्यता के अनुसार अपनी मनोकामना लेकर मंदिर पर माथा टेकते हैं।
अष्टभुजी मंदिर में पुजारी व सेवादार के रूप में परमात्मा प्रसाद व चिंता देवी रहती हैं। उनका मानना है कि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद हम लोग लगातार सुबह और शाम पूजा पाठ करते हुए धूप दीप आरती करते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे संज्ञान में संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, अयोध्या अकबरपुर, बस्ती सहित अन्य स्थानों के लोग एक दूसरे से माता की कृपा एवं महिमा की जानकारी पाकर सोमवार और शुक्रवार को दर्शन करने आते हैं, लोग अपनी मुराद पूर्ण होने के बाद जब मंदिर पर आते हैं तो आप बीती बताने के बाद मां अष्टभुजी की शक्तियों का ज्ञान होता है।
जिससे मेरे व क्षेत्र के लोगों के मन में विश्वास बढ़ता गया। नवरात्रि में सुबह और शाम ग्रामीणों सहित क्षेत्र के लोगों का बड़ी संख्या में मंदिर पर आना जाना रहता है।
लोग मां अष्टभुजी के दर्शन करने आते है और प्रसाद के रूप में नारियल, चुनरी, मीठा आदि चढ़ाते हैं।
दान स्वरूप में जो भी सहायता राशि मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं द्वारा दी जाती है, वह मंदिर के साफ सफाई हो निर्माण में लगाया जाता है।
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