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सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने वृद्धा आश्रम एवं बालगृह शिशु का किया औचक निरीक्षण



वेदव्यास त्रिपाठी

प्रतापगढ़। उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार एवं माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संजय शंकर पाण्डेय के निर्देशन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नीरज कुमार त्रिपाठी ने चिलबिला स्थित शिवा ग्रामोद्योग सेवा संस्थान द्वारा संचालित वृद्धा आश्रम का औचक निरीक्षण करते हुये वृद्धा आश्रम में उपस्थित वृद्ध व्यक्तियों को उनके अधिकारों सम्बन्धित विधिक जानकारी देते हुये जागरूक किया गया।


इस अवसर पर सचिव ने वृद्धा आश्रम में रह रहे वरिष्ठ नागरिकों से उनकी समस्याओं की जानकारी ली और आश्रम की साफ-सफाई हेतु प्रबन्धक को निर्देशित किया कि प्रत्येक दिन परिसर की साफ सफाई एवं रसोईघर, हाल में सेनेटाइज कराते हुये फिनायल से पोछा लगवाया जाये, हाल और रसोई सहित पूरे परिसर को स्वच्छ रखने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।


 इस अवसर पर प्रबन्धक को निर्देशित किया गया है वृद्धा आश्रम में रह रहे वृद्ध व्यक्तियों को जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक है उन्हेंं कोविड-19 बूस्टर डोज लगवायी जाये। 


सचिव ने वरिष्ठ नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया, उन्होने वरिष्ठ नागरिकों को जागरूक करते हुये कहा कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने के लिये कानून बनाया गया है, इसका लाभ प्राप्त करें।


 माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक का भरण पोषण एवं कल्याण अधिनियम 2007 में दी गयी व्यवस्थाओं के प्रति जागरूक करते हुये कहा कि किसी भी माता पिता या वरिष्ठ नागरिक को कोई समस्या उसके परिजनों द्वारा उत्पन्न की जाये तो उसकी सीधी शिकायत सम्बन्धित उपजिला मजिस्ट्रेट से करनी चाहिये। 


पैनल अधिवक्ता विश्वनाथ प्रसाद त्रिपाठी ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वृद्धों को उनकी समस्याओं के निस्तारण हेतु निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध करायी जाती है। 


इस अवसर पर प्रबन्धक द्वारा जानकारी दी गयी कि वृद्धा आश्रम में कुल पंजीकृत 79 वृद्ध है जिनमें 55 पुरूष एवं 24 महिलायें। निरीक्षण के समय 73 वृद्धजन उपस्थित रहे, बताया गया कि 06 वृद्ध अपने घर गये हुये है।


 निरीक्षण के समय प्रबन्धक द्वारा यह भी बताया गया कि सभी वरिष्ठ नागरिकों को कोविड-19 की दोनो डोज दी जा चुकी है, कुछ लोगों को बूस्टर डोज भी दी जा चुकी है। निरीक्षण के दौरान आयुर्वेद चिकित्सालय कोहड़ौर के माध्यम से दवाओं का वितरण किया जा रहा था और वृद्ध लोगों को स्वास्थ्य की जांच भी की जा रही है।


 प्रबन्धक द्वारा जानकारी दी गयी कि वृद्धा आश्रम में दोपहर का भोजन 12 बजे व शाम का भोजन 07 बजे दिया जाता है। इसी प्रकार सुबह का नाश्ता प्रातः 7.30 बजे व शाम का नास्ता दिन में 03 बजे दिया जाता है। प्रत्येक दिन के भोजन व नाश्ते का मीनू अलग-अलग होता है। मीनू के अनुसार नाश्ता व भोजन दिया जाता है।


इसी प्रकार सचिव ने शुकुलपुर स्थित बाबा रामउदित सेवा संस्थान द्वारा संचालित शिशु एवं बालगृह का औचक निरीक्षण करते हुये शिशु गृह में रखे गये बच्चों को देखा और उनके स्वास्थ्य एवं देखरेख के सम्बन्ध  में शिशु गृह की अधीक्षक प्रीती शुक्ला से आवश्यक जानकारी प्राप्त की।


 अधीक्षक द्वारा बताया गया कि शिशु गृह में वर्तमान समय में कुल 03 बच्चे है जिसमें एक लड़का लगभग तीन माह का है जिसका नाम अविनाश बताया गया तथा दूसरे लड़के का नाम अंकित आयु लगभग 8 वर्ष तथा तीसरे लड़के का नाम आदित्य आयु लगभग 9 वर्ष है, अंकित व आदित्य मानसिक रूप से अस्वस्थ्य बताये गये। यह भी बताया गया कि दोनो बच्चों का इलाज चल रहा है। 


इस अवसर पर अधीक्षक द्वारा बताया गया कि उनके कार्यालय में कुल अधीक्षक सहित 15 लोगों का स्टाफ है जो दिन में तीन पालियों में ड्यूटी देते है। इस अवसर पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश दूबे, पैनल अधिवक्ता विश्वनाथ प्रसाद त्रिपाठी, बाल कल्याण अधिकारी अरविन्द कुमार मिश्रा आदि उपस्थित रहे।

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